आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द का बताया गया इलाज

अदरक को आयुर्वेद में महाऔषधि के रूप में जाना जाता है. यह पाचक अग्नि को भड़काता है व भूख बढ़ाती है. इसके पोषक तत्व शरीर के सभी हिस्सों तक सरलता से पहुंच पाते हैं.

पोषकतत्व : आयुर्वेद में अदरक को जोड़ों के दर्द, मतली व गति के कारण होने वाली कठिनाई के इलाज में भी प्रयोग किया जाता है. अदरक में शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व उपस्थित होते हैं. ताजे अदरक में 60 फीसदी पानी, 2.5 फीसदी प्रोटीन, 1 फीसदी वसा, 2.5 फीसदी रेशे व 13 फीसदी कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है. प्रतिरोधात्मक क्षमता : अदरक शरीर की प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाता है. इसके सेवन से सर्दी जुकाम का खतरा कम रहता है. इसमें जिंक, क्रोमियम व मैगनीशियम होता है, जो रक्त संचार में मदद करते हैं. सिरदर्द : इसका प्रतिदिन सेवन करने से कोलेस्ट्रोल का स्तर कम हो जाता है. अदरक चबाने से सिरदर्द व घबराहट नहीं होती. अदरक की चाय पीने से डायबिटीज नियंत्रित रहती है.

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