रहिए सचेत, पंचायत में घूम रहे मजिस्ट्रेट : डीएम

अरवल : नागरिकों को विभिन्न प्रचार और संचार माध्यमों से सचेत किया जा चुका कि अपनी और परिवार की सुरक्षा के लिए घर से बाहर नहीं निकलें। यदि बहुत जरूरी हो तो घर से बाहर शारीरिक दूरी का पालन और मास्क के उपयोग करें। पंचायत स्तर पर 65 दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी को गश्ती के लिए तैनात किया गया है जिसे जुर्माना वसूल करने की शक्ति दी गई है। उक्त बातें अरवल के जिलाधिकारी रविशंकर चौधरी ने गुरुवार को जिले में भ्रमण के दौरान कही।

समय - 10.00 बजे। स्थान अरवल चौक। सड़कों पर सन्नाटा लेकिन आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली थी। जहां दो से अधिक लोग खड़े दिखे पूछताछ शुरू कर दी। सवाल इस वक्त कहां जा रहे हैं? दवा का पुर्जा है? मास्क क्यों नहीं लगाया सवाल था। जवाब मिला सर गमछा मुंह ढकने के लिए रखे हैं।
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समय- 10.30 बजे। जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट होते लॉकडाउन का जायजा लेने शहर से निकल जाते हैं। साथ में एसपी राजीव रंजन की भी गाड़ी है। किंजर थाना में गाड़ी पहुंचती है। संतरी ड्यूटी ओर एसपी नजर डालते हैं। थाना क्षेत्र में लॉकडाउन की स्थिति की जानकारी लेकर दोनों अधिकारी निर्देश देते हैं कि किसी भी हाल में कानून तोड़ने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा। सख्ती से जुर्माना वसूल करें और मास्क दें।
समय - 11.30 बजे। कुर्था बाजार में घनी आबादी के बीच डीएम और एसपी की गाड़ी टिकारी रोड की ओर जा रही है। कुर्था थाने की गश्ती दल काफिले में साथ होता है। बाजार में अधिकांश दुकानें तो बंद है लेकिन दवा और राशन दुकानों के आगे एक-दो ग्राहक दिखे।
समय - 12.00 बजे। स्थान मानिकपुर बाजार। स्थानीय थाने की पुलिस और कुर्था के सीओ बीडीओ से इलाके की खैरियत पूछते हैं। डीएम ने निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति यदि आकस्मिक कारण से भी बिना मास्क पहने मिले तो उन्हें जुर्माना देना होगा। सभी दंडाधिकारी को जुर्माना वसूल करने की शक्ति दी गई है। गश्ती के दौरान गाड़ी पर मास्क रखे और जिनसे जुर्माना भरने वाले को मास्क दें ताकि संक्रमण का खतरा आगे नहीं बढ़ सके।
जिले में सघन गश्ती के कारण अरवल जिला मुख्यालय, बाजार, बैदराबाद बाजार एवं प्रखंड मुख्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर गांव की पगडंडी पर भी इक्के दुक्के लोग ही नजर आये। वहीं सभी दुकानों पर ताला लटका हुआ दिखा। सड़क किनारे लगने वाले ठेले खोमचे की दुकानें भी बंद रहा। धान के रोपनी का समय होने के कारण ग्रामीण महिलाएं रोपनी के लिए अपने खेत के तरफ जाते हुए नजर आ रहे थे। हालांकि इस दौरान वे लोग मास्क नहीं लगाई हुई थी। वहीं समूह बनाकर चलने के कारण शारीरिक दूरी का भी अनुपालन नहीं कर रही थी।
Posted By: Jagran
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