आधार लिक कराने को ले पीडीएस दुकान का चक्कर लगा रहे हैं राशन कार्डधारी

अररिया। प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी पीडीएस दुकानदार के पास अमूमन 50 से 60 राशनकार्डधारी ऐसे हैं जिसका राशनकार्ड आधार कार्ड से लिक नही है जिसकी वजह से वे राशन से वंचित रहते हैं। ऐसे में लाभार्थी पीडीएस दुकानदार के पास आधार लिक कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं। लेकिन लाभार्थियों बैरंग वापस लौट जाते हैं। जानकारी के अनुसार, राशनकार्ड को लेकर पूर्व से ही अनियमितता की शिकायत आम रही है। हालांकि इस समस्या को दूर करने के लिए प्रखंड कार्यालय में शिविर का भी आयोजन किया गया। लेकिन पदाधिकारियों की उदासीन कार्यशैली के कारण राशन कार्डधारी का एक वर्ष बाद भी निराकरण नही हो सका। लॉकडाउन में केंद्र सरकार द्वारा तीन माह तक प्रत्येक परिवार को राशनकार्ड पर निश्शुल्क राशन की घोषणा की गई । लेकिन जब राशनकार्ड का जायजा लिया गया तो प्रखंड क्षेत्र में पूर्व से ही काफी कम संख्या में राशनकार्ड निर्माण किया गया था। हालांकि जविप्र दुकानदार के उठाव में कोई कमी नहीं रही। जविप्र दुकानदार के पास ऐसे राशनकार्ड भी मौजूद थे जिसका कार्ड धारी या तो मृत हैं या फिर कहीं और पलायन कर गये। लेकिन पदाधिकारी समेत जविप्र दुकानदार के मिली भगत से राशन का उठाव कर सरकारी अनाज का जरूर बंदरबांट होता रहा। गौरतलब है कि कम राशनकार्ड होने व अधिकांश लाभार्थी के सामने जब राशनकार्ड नहीं होने से खाद्यान का उठाव नहीं होने लगा तब आनन फानन में जीविका दीदी द्वारा गांव गांव घर घर घूमकर लाभार्थी से राशनकार्ड को लेकर आवेदन लिया गया। आवेदन के साथ जीविका दीदी द्वारा परेशान लोगों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही राशनकार्ड का निर्माण किया जाएगा। ताकि आमजनों को राशनकार्ड पर नि:शुल्क खाद्यान मिल सके। जीविका द्वारा प्राप्त आवेदन को प्रखंड कार्यालय द्वारा जिला भेजा गया। राशनकार्ड निर्माण को लेकर प्रखंड से कार्यपालक सहायक समेत अन्य कर्मियों को लगाया गया। जीविका द्वारा प्राप्त आवेदन में से लगभग 23 सौ राशनकार्ड निर्माण होकर प्रखंड कार्यालय पहुंच भी गया। तब बिचौलिया द्वारा परेशान लाभार्थी से राशनकार्ड देने के नाम पर दो सौ से 5 सौ तक कि उगाही की गई। वहीं नया राशनकार्ड में से अधिकांश कार्ड लेकर जब लाभार्थी जविप्र दुकानदार के पास जाते हैं तो जविप्र दुकानदार द्वारा कहा जाता है कि आधार कार्ड पॉस मशीन से मैच नहीं कर रहा है। लगभग दो सौ राशनकार्ड ऐसा है जिसमें आधार कार्ड मैच नहीं करने के कारण लाभार्थी खाद्यान से वंचित होते रहे है ।

ग्रामीणों ने चावल लदी पिकअप को पकड़ा, किया पुलिस हवाले यह भी पढ़ें
इस बावत पूछने पर प्रखंड समन्वयक सुभाष गुप्ता ने बताया कि जानकारी मिली है कि राशनकार्ड के नाम पर राशनकार्ड वितरण को लेकर प्रतिनियुक्त विकास मित्र व बिचौलिया द्वारा अवैध उगाही की जा रही है । इस मामले को संज्ञान में लेकर जांच किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि यदि किसी लाभार्थी द्वारा इसकी लिखित शिकायत की जाती है तो सम्बंधित कर्मी व बिचौलिया के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जायेगी । इस मामले में पूछने पर एमओ श्यामसुंदर ने बताया कि ऐसी शिकायत मिली है । कुछ तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हो रहा है। उन्होंने बताया कि राशनकार्ड में आ रही समस्या को अविलंब दूर कर उपभोक्ताओं द्वारा खाद्यान उठाव किया जा सकेगा।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार