घरों पर प्रसव खतरनाक, संस्थागत प्रसव को ही दें प्राथमिकता

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ : जिला में कोविड 19 संक्रमण से व्याप्त डर को दूर कर आवश्यक गाइडलाइन का पालन करवाते हुए गर्भवती के अस्पताल आवागमन सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराते हुए संस्थागत प्रसव की जरूरत पर बल दिया जा रहा है। साथ ही संस्थागत प्रसव से संबंधित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान व जननी सुरक्षा योजना की जानकारी आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से चिन्हित गर्भवती महिलाओं व उनके परिजनों को दी जा रही है।

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प्रसव से जुड़ी मिथ्यात्मक बातों की रखें जानकारी
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लोगों में यह मिथ्या है कि घर पर प्रसव कराना आसान व कम खर्च वाला होता है। यह सिर्फ एक मिथक है और घरों पर प्रसव के दौरान आपातकालीन सुविधाएं नहीं होने से मां और नवजात की जान को खतरा होता है। लोगों को जानकारी होनी चाहिए कि जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकारी अस्पतालों में प्रसव कराने के लिए प्रसूता को 6000 रुपये की आर्थिक मदद मिलती है। वहीं कोविड 19 संक्रमण को लेकर लोगों के दिमाग में और भी मिथ्यात्मक बातें है लेकिन उन बातों पर ध्यान न देकर आवश्यक उपायों को अपनाने में ही भलाई है। इस दौरान भी संस्थागत प्रसव को ही प्राथमिकता दिया जाना चाहिए। अस्पताल में शारीरिक दूरी का पालन करने, मास्क का इस्तेमाल करने, गर्भवती महिलाओं की व्यक्तिगत साफ-सफाई रखने सहित उनके परिजनों को अस्पताल में अनाश्यक भीड़ नहीं लगाने की बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
सिविल सर्जन डॉ. राम सिंह ने बताया कि आशा व आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से संस्थागत प्रसव के महत्व पर जानकारी देते हुए चिन्हित गर्भवती को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में प्रसव संबंधी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। सरकारी अस्पतालों में प्रसूति विशेषज्ञ व प्रशिक्षित नर्स प्रसव कार्य कराती हैं। सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा सदर अस्पताल में मौजूद है। संस्थागत प्रसव के दौरान कोविड 19 से जुड़ी आवश्यक गाइडलाइन का पालन किया जाता है। गृह प्रसव कहीं से भी सुरक्षित नहीं है और कई जटिलताओं को जन्म दे सकता है जिससे जच्चा बच्चा दोनों के प्राण संकट में आ सकते हैं।
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गर्भवती महिलाएं इन बातों का जरूर रखें ध्यान
-अपने क्षेत्र की आशा एवं एएनएम के संपर्क में रहें
-प्रसव की संभावित तिथि को लेकर रहें सजग एवं परिवारजनों को इसकी जानकारी दें
-एम्बुलेंस का नंबर अपने पास रखें
-प्रसव के समय बच्चों एवं किसी बीमार व्यक्ति के साथ अस्पताल न जाएं
-अस्पताल में लागू कोरोना के मापदंडों से खुद को और परिवार के लोगों को अवगत कराएं
-किसी भी आपातकालीन स्थिति में नजदीकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा से संपर्क करें।
Posted By: Jagran
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