चीन के बहकावे में मर्यादा लांघ रहे नेपाल के पीएम: विहिप

शिवहर। सदियों के निकटतम पड़ोसी देश नेपाल के बिगड़ते बोल से भारतीय न सिर्फ सकते में हैं बल्कि आक्रोश बढ़ता दिख रहा। कोरोना काल में एक अलग राग और बचकाना बयान देने वाले नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के प्रति आवाम में गुस्सा दिख रहा। विश्व हिदू परिषद जिला संरक्षक राकेश तिवारी ने इस मसले पर कहा कि चीन की कठपुतली बने ओली का हिदुत्व विरोधी बयान बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। जैसी कि खबरें आ रही हैं कि प्रधानमंत्री ओली ने जेनेवा बैंक में 50 करोड़ रुपए जमा कर रखे हैं वहीं चीन के साथ मिलकर इन्होंने कंबोडिया में टेलिकम्यूनिकेशन में करोड़ों का निवेश कर रखा है। अगर हम कहें कि नेपाल की सत्ता अपरोक्ष रूप से चीन संचालित कर रहा तो अतिशयोक्ति नहीं। राय दी कि अगर यूं ही नेपाल अपनी मर्यादाएं लांघता रहा तो भारत को कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है जो वस्तुओं का निर्यात रोकने और आर्थिक पाबंदी के रूप में हो सकती है।


वहीं विहिप जिलाध्यक्ष अशोक उपाध्याय ने कहा कि चीन के झांसे में आया चीन अपनी औकात भूल रहा वहीं परंपरागत संबंधों की परवाह न करते हुए नित नए विष वमन कर रहा जो अब क्षमा योग्य नहीं है। श्रीराम ने सिर्फ हमारे बल्कि समस्त हिदूओं के आदर्श हैं। देश की धार्मिक आस्था पर आघात हरगिज बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार