संक्रमण के खतरे से सुनी हो गई सड़क व गलियां

अरवल :कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण आमलोग अब लॉकडाउन को गंभीरता से ले रहे हैं।जिसका असर भी दिख रहा है। शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में रह रहे हैं। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं।हालांकि अभी धान के रोपनी का समय है।इसलिए किसानों का खेत में जाना जरूरी है।लेकिन किसान लोग भी खेतों में काम करते समय शारीरिक दूरी का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।वहीं प्रशासन भी अपने स्तर से शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों पर भी नजर बनाए हुए हैं।प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में भी दौरा करके यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि लॉकडाउन का पूरी तरह से अनुपालन हो।जिला प्रशासन द्वारा गांव-गांव में घूमकर कोरोना से बचाव के उपाय एवं संक्रमण से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं शहरी क्षेत्र में बाजार बिल्कुल बंद रह रहा है।कभी देर रात खुली रहने वाली बाजार एकदम सुनसान लग रहा है।केवल आवश्यक सामग्री की दुकानें ही खुल रही है।सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। राशन,फल सब्जी दूध एवं मेडिकल सेवा में लगी हुई वाहन एवं निजी वाहन ही सड़कों पर दिख रहे हैं।वहीं ऑटो का परिचालन हो रहा है लेकिन यात्री ही नहीं मिल पा रहे हैं।हालांकि •िाला प्रशासन हर चौक चौराहे पर वाहनों को रोककर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि आवश्यक वाहन ही चले।जो कोई भी अनावश्यक रूप से वाहनों से घूमते दिख रहे हैं उनके साथ सख्ती से पेश आते हुए कानूनी कार्रवाई भी कर रही है।हालांकि इसके बावजूद शाम के समय लोग चौक चैराहों पर लोग बेवजह खड़े हो कर बात करते रह रहे हैं।यह चिता का विषय है।क्योंकि इस तरह की स्थिति कोरोना संक्रमित पाए गए जगहों के आसपास भी दिख रहा है।

टमाटर सेंचुरी, शिमला डबल सेंचुरी में यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार