टमाटर सेंचुरी, शिमला डबल सेंचुरी में

अरवल : जिले में गत दिनों हुई भारी बारिश की वजह से हरी सब्जियों के दाम में काफी उछाल आया है।. विगत एक सप्ताह की तुलना में सब्जी की कीमत तीन से चार गुणा बढ़ गयी है।. वहीं कोरोना वायरस के बचाव को लेकर जारी लॉकडाउन का असर अब सब्जी मंडियों में भी देखने को मिल रहा है।. लॉकडाउन की वजह से गांव-देहात से बाजार में सब्जियों के आने की रफ्तार में कम हो गयी है।. जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय स्थित बाजार में हरी सब्जियों की कीमत आसमान छू रही है।. लोग ऊंचे भाव पर सब्जियां खरीदने को विवश हैं।. जिसके कारण घरों का बजट बिगड़ गया है।. गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के कारण बीते करीब चार महीनों से आमलोगों का रोजगार बंद है. जिसके कारण उनकी आमदनी भी काफी घट गई है।ऐसी परिस्थिति में हरी सब्जियों का अपमान छूने से लोगों के घरों का बजट बिगड़ रहा है।लोग दैनिक भोजन में हरी सब्जियों के बजाय सोयाबड़ी, बेसन की सब्जी, सुखौती, अदौरी, जैसी सब्जियों के विकल्पों का भी उपयोग करने लगे हैं. कीमतों में उछाल के कारण बाजार में अधिकांश सब्जियों 40 से 50 रुपये किलो के भाव बिक रही है। आलू की कीमत भी दुगना से अधिक बढ़ गया है।. वहीं टमाटर, अदरक व लहसुन 100 रुपये के पार पहुंच चुका है. जिसके कारण अब कुछ खास लोगों को ही टमाटर नसीब हो पा रही है।. इस मौसम में आमतौर पर पांच से छह रुपये किलो बिकने वाला मौसमी सब्जी झिगा 40 रुपये हो चुका है।. परवल, करेला, भिडी, बैंगन, कडू आदि भी दोगुना से अधिक महंगे हो गये हैं। शिमला मिर्च की कीमत डबल सेंचुरी में पहुंच चुकी है।. जिसके कारण अधिकांश लोग मंडियों में इसे मात्र देख कर ही संतोष कर लेते हैं।. सब्जियों की कीमत में भारी वृद्धि से गृहणियों की समस्या भी बढ़ गयी है।. खास कर सीमित आमदनी वाले परिवारों को घर चलाना मुश्किल साबित हो रहा है।.


Posted By: Jagran
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