बॉलीवुड की ये चार फिल्में हमेशा रहीं चर्चा में, लेकिन सिनेमाघर में कभी नहीं हो सकीं रिलीज

बॉलीवुड में हर साल कई फिल्में बनती हैं। इसमें से कुछ फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा देती हैं तो बहुत बार कुछ फिल्मों को मुंह की खानी पड़ी जाती है। इसके अलावा कुछ ऐसी फिल्में भी होती हैं जो अपनी कहानी, सीन और मुद्दे की वजह से विवादों में आ जाती हैं। सभी फिल्मों को सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिलने के बाद ही सिनेमाघरों में रिलीज किया जाता है। ऐसे में बॉलीवुड की कई फिल्में अपने विवादित मुद्दे और कंटेंट की वजह से कभी सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो सकीं। हम आज आपको ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताते हैं जो बन तो गईं लेकिन सिनेमाघरों में कभी रिलीज नहीं हो पाईं। 

फिल्म- अनफ्रीडमयह फिल्म साल 2014 में आई थी। यह फिल्म समलैंगिक संबंधों पर आधारित थी। इस फिल्म में आदिल हुसैन और विक्टर बनर्जी मुख्य भूमिका में थे। इस फिल्म को बोल्ड सीन और विवादित कंटेंट होने के चलते भारत में कभी रिलीज नहीं किया गया। कुछ समय बात इस फिल्म में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर दिखाया गया। फिल्म अनफ्रीडम का निर्देशन अमित कुमार ने किया था। 
फिल्म- पांचइस फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था। हिंसा, ड्रग्स और रॉक एंड रोल कल्चर की वजह से फिल्म पांच सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो सकी। सेंसर बोर्ड के लाख कट लगाने के बाद भी फिल्म रिलीज नहीं हो सकी और इसे बैन करना पड़ा था। हालांकि इस फिल्म को डाउनलोड करके और यूट्यूब पर खूब देखा जा चुका है।
फिल्म- उर्फ प्रोफेसरयह फिल्म साल 2001 में बनकर तैयार हुई थी। इस फिल्म में मनोज पाहवा, अंतरा माली, शर्मन जोशी और यशपाल शर्मा जैसे सितारे मुख्य भूमिका में थे, लेकिन बोल्ड सीन और अश्लील भाषा के चलते इस फिल्म को भी सेंसर बोर्ड से हरी झंडी नहीं मिली और यह कभी सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो पाई।
फिल्म- द पेंटेंड हाउस यह फिल्म 2015 में बनकर तैयार हुई थी। इस फिल्म की कहानी एक बूढ़े शख्स और जवान लड़की के प्रेम संबंधों पर आधारित थी। इस फिल्म के कंटेंट पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई थी और इसको बैन कर दिया था। 

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