सोनू सूद ने अपनी मां की जन्मदिन पर लिखा खास नोट, शेयर की मां संग बचपन की तस्वीरें

मोनिका शेखर

बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद अपने काम की वजह से इन दिनों सुर्खियों में हैं। कोरोना संकट के दौरान सोनू सूद प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंदों के लिए मसीहा बने हैं। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले अभिनेता सोनू सूद ने अपनी मां की जन्मदिन पर उनके साथ अपनी बचपन की तस्वीरें शेयर की हैं। सोनू सूद की मां इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन सोनू अक्सर अपनी मां का जिक्र करते रहते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी दिवंगत मां के साथ अपनी बचपन की तस्वीरें शेयर कर एक खास नोट भी लिखा है।
46 वर्षीय सोनू सूद ने ट्विटर पर लिखा-'जन्मदिन मुबारक हो मां.बस मुझे हमेशा अपना मार्गदर्शन देते रहें, जिस तरह से आपने अभी तक मेरी जिंदगी में दिया। काश मैं आपको गले लगा सकता और आपको बता सकता कि मैं आपसे कितना प्यार करता हूं..जिंदगी कभी भी एक जैसी नहीं होती लेकिन मेरी मार्गदर्शक परी हमेशा तब तक बनी रहें जब तक मैं आपको फिर से मां न देखूं। आपकी याद आती हैं।'
अभिनेता सोनू सूद की मां प्रोफेसर थी। सोनू ने अपनी मां के लिए कहा था कि उन्होंने मुझे बहुत प्रेरित किया। वह मुझसे कहती थी जो भी तुम्हारे सपने है वह जरूर पूरे होंगे। मेहनत करना और टिके रहना। उनकी वह बात हमेशा मेरे जहन में रही। वह मुझे चिट्ठियां लिखा करती थी जब मैं स्ट्रगल कर रहा था। सोनू सूद वर्तमान में अपने काम की वजह से सुर्खियों में हैं। उन्होंने लॉकडाउन में प्रवासी कामगारों की मदद में कोई कसर नहीं छोड़ी। सोनू ने संकट के समय में बसों की व्यवस्था करने से लेकर केरल की महिलाओं को एयरलिफ्ट करने और टोल फ्री नंबर देकर लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया है। अभी भी वह लोगों की मदद कर रहे हैं।
सोनू सूद अपने अनुभव के बारे में एक किताब लिखेंगे। सोनू ने हाल में कहा था कि मैं भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे इन लोगों की मदद करने का जरिया बनाया। मुंबई में मेरा दिल धड़कता है, अब मुझे लगता है कि मेरा एक हिस्सा यूपी, बिहार, झारखंड, असम के गांवों में रहता है। उत्तराखंड और कई अन्य राज्यों में जहां मुझे अब नए दोस्त मिले हैं और गहरे संबंध बनाए हैं। मैंने अपने अनुभवों और कहानियों को एक किताब में पिरोने का फैसला किया है। ये अनुभव मेरी आत्मा में रच-बस से गए हैं। मैं उत्साहित हूं, घबराया हुआ हूं और अभिभूत हूं। मेरी पुस्तक के माध्यम से आपसे जुड़ने का इंतजार नहीं कर सकता। मैं आपके समर्थन के लिए तत्पर हूं और आप सभी से प्यार करता हूं। मैं वादा करता हूं कि मैं तब तक काम करता रहूंगा, जब तक आखिरी माइग्रेंट्स अपने घर और प्रियजनों के पास नहीं पहुंच जाते हैं।
सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित घर भेजने का बीड़ा उठाया है। वह अपनी दोस्त नीति गोयल के साथ मिलकर 'घर भेजो' मुहिम चला रहे हैं। वो लगातार लोगों को अपने खर्चे पर घर पहुंचा रहे हैं। उनकी नेक पहल को सेलिब्रेटी, राजनेता और जनता का समर्थन मिला है। प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे सोनू सूद की हर तरफ तारीफ हो रही है। सेलिब्रिटी से लेकर नेताओं ने भी सोनू सूद के इस काम की सराहना की है।
हिन्दुस्थान समाचार

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