राजद नेताओं ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग

मुंगेर । सरकार का सबसे बड़ा धर्म होता है, जनता की सेवा, जनता के सुख दुख में हाथ बढ़ाना, खुद के स्वार्थ से ऊपर उठकर जनता के लिए काम करना, लेकिन बिहार सरकार, सारी मर्यादाओं को तार-तार कर, स्वयं के स्वार्थ सिद्धि में व्यस्त हो गई हैं, पूरा संगठन, पूरा मंत्रिमंडल को सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्धि नजर आ रहा है, ना तो उसे करोना महामारी की चिता है, और ना ही बाढ़ से बेहाल होते जा रही किसान, जिसका पूरा फसल डूब कर बर्बाद हो रहा है, उसकी चिता। उक्त बातें जिला राजद के प्रधान महासचिव प्रोफेसर डॉ. बम बम यादव, अति पिछड़ा के जिला अध्यक्ष श्रीनिवास सिंह अल्पसंख्यक के प्रदेश उपाध्यक्ष हसीबउर रहमान ने कही। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार बेपरवाही, लापरवाही, नैतिकता, समय निष्ठा, सत्यनिष्ठा, कर्तव्य परायणता और गैर जिम्मेवारी के सारे पैमाने तोड़ चुकी है। सरकार के मुखिया स्वयं कई दिनों से अनजान कारणों से निष्क्रिय और अ²श्य हैं।

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करोना के चलते बिहार में त्राहिमाम है, अव्यवस्था के चलते लोगों की तड़प तड़प कर जान जा रही है। प्रशासन के महत्वपूर्ण लोग संक्रमित हो चुके हैं, आम आदमी की कहीं कोई सुध लेने वाला नहीं है, लोग बाढ़ से बेहाल हो मर रहे हैं, लेकिन सुबे का जल संसाधन मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, सहित पूरा मंत्रिमंडल वर्चुअल रैली में मस्त है।
निजी क्लीनिक बंद है। सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों का घोर अभाव है। इमरजेंसी सेवा छोड़कर अन्य बीमारी का इलाज नहीं हो पा रहा है। पूरा स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गया है। जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। उन्होंने राष्ट्रपति से मांग किया कि बिहार सरकार जिस प्रकार हर मोर्चे पर क्वारंटाइन हो गई है। ऐसी परिस्थिति में अब सिर्फ एक ही विकल्प रह गया है। बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाना, जिससे जनता का जान माल बच सके। वहीं, राजद के राज्य परिषद सदस्य नरेश सिंह यादव, जिला महासचिव सह मीडिया प्रभारी गजेंद्र कुमार हिमांशु, जिला सचिव सरोज कुमार सिंह ने भी बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश कुमार विद्यार्थी, प्रदेश महासचिव प्रभात कुमार पीयूष ने कहा कि कोरोना संकट ने राज्य सरकार के विकास के खोखले वायदों की पोल खोल कर रख दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
Posted By: Jagran
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