चेतन भगत का दावा, 'विधु विनोद चोपड़ा ने मुझे सुसाइड के करीब ढकेल दिया था'

मुंबई. सुशांत ‌सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के मामले पर अपना विचार व्‍यक्‍त करते हुए मशहूर लेखक चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने बॉलीवुड के जाने-माने निर्माता-निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा (Vidhu Vinod Chopra) पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. चेतन भगत का आरोप है कि विधू विनोद चोपड़ा ने उनकी सार्वजनिक तौर पर न केवल बेइज्जती की थी बल्कि उन्हें सुसाइड करने के मुहाने तक ढकेल दिया था.

चेतन भगत ने ये बातें विधु विनोद चोपड़ा की पत्नी व समीक्षक अनुपमा चोपड़ा के एक ट्वीट के जवाब में कहा है, जिसमें अनुपमा चोपड़ा ने सुशांत सिंह राजपूत को लेकर चेतन भगत द्वारा किए गए ट्वीट पर सवाल खड़ा किया था. इसके जवाब में चेतन भगत ने अपनी कहानी बयां कर दी.
दरअसल, चेतन भगत (Chetan Bhagat) ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए हैं. उन्होंने अपने ट्वीट में समीक्षकों से फिल्म 'दिल बेचारा (Dil Bechara)' के बारे में समझदारी से लिखने की सलाह दी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि कुछ भी ओवर स्मार्ट बनकर न लिखें. कुछ भी बेकार चीज न लिखें. निष्पक्ष और समझदार बनें.
इसी के जवाब में अनुपमा चोपड़ा ने लिखा कि "हर बार जब कोई सोचता है कि वो सोच-समझ का स्तर इससे ज्यादा नीचे नहीं गिरेगा, मगर अफसोस वो गिर जाता है." इसी के जवाब में चेतन ने उनके पति पर आरोप लगाते हुए अपनी बात रखी. चेतन ने कहा कि विधु विनोद चोपड़ा ने बिना शर्म किए सभी स्टोरी से संबंधित अवॉर्ड खुद ले लिए. जबकि मुझे सार्वजनिक तौर पर नीचा दिखाकर मुझे सुसाइड के करीब भेज दिया था.
इससे पहले चेतन भगत ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म इस हफ्ते रिलीज होगी. मैं सभी स्नोब और अभिजात्य समीक्षकों से अब कहना चाहूंगा कि समझदारी से लिखें. ओवर स्मार्ट बनकर काम न करें. बेकार चीजें न लिखें. निष्पक्ष और समझदार बनें. बेकार तरीकों का इस्तेमाल न करें. आपने वैसे ही कई जिंदगियां बर्बाद कर दी हैं. अब रुकिए. हम लोग देख रहे हैं.'
उन्होंने फिर ट्वीट किया और अपना दूसरे ट्वीट करते हुए लिखा- 'इन समीक्षकों को किराए पर लेने वाले मीडिया संगठनों के लिए, अभिजात्य लोगों को काम पर रखना बहुत ही भयानक रणनीति है, जिन्हें भारत समझ नहीं आता और उन्हें लगता है कि वह भारतीय से ज्यादा अच्छे हैं. अंदर से कुछ और, बाहर से कुछ और लोग यह जरूर सुनिश्चित करेंगे कि आपका संस्थान दिवालिया हो जाए. कई लोगों का पहले हो भी चुका है.'
उन्होंने फिर ट्वीट किया और लिखा- 'भारतीयों को अच्छी अंग्रेजी बोलने वाले लोगों से सत्यापन पसंद है. यह परम प्रशंसा है. यहीं से कुछ आलोचकों ने प्रोफाइल बनाई. वे अच्छी अंग्रेजी बोलते थे लेकिन बुरे लोग थे, सत्यापन के लिए उन्हें देखना बंद करो. ये वो भूरे लोग हैं, जो भारतीयों से नफरत करते हैं.'
अपने अगले ट्वीट में चेतन ने कहा- 'मां कसम, मजा आ गया आपकी मस्त पिक्चर देखकर. मैं आपकी इस जबरदस्त फिल्म देखने के लिए उत्साहित था. यूं तो दोनों लाइनों का अर्थ एक जैसा है. लेकिन अधिकांश भारतीय, यहां तक कि बड़े सितारे भी दूसरी लाइन ही सुनना चाहते हैं. इसलिए कुछ आलोचक ज्यादा महत्वपूर्ण बन गए हैं. इस पर विराम लगाओ.'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा- 'प्रिय सितारों, आप करोड़ों लोगों में से 10 या 100 लोगों को बनाते हैं. इस देश में अरबों लोग आपसे प्यार करते हैं. क्या यह काफी नहीं है? क्या आपको वास्तव में फोनी, अंग्रेजी बोलने वाले दुष्ट आलोचकों से मान्यता की जरूरत है, जिन्होंने एक उभरते सितारे को मानसिक तनाव देकर मरने पर मजबूर कर दिया? कृपया, ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करें.

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