मध्यप्रदेश : भाजपा को झटका, पूर्व मंत्री केएल अग्रवाल कांग्रेस में हुए शामिल

मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं गुना जिले से भाजपा नेता कन्हैया लाल अग्रवाल बृहस्पतिवार को अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गये। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि प्रदेश में 27 सीटों के लिये होने वाले उपचुनाव में अग्रवाल को गुना जिले की बमोरी विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर उतारने की प्रबल संभावना है।

यहां भाजपा द्वारा पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य के समर्थक प्रदेश सरकार के मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। प्रदेश में सितंबर माह में उप चुनाव होने की संभावना है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने अभी इसकी तारीखें घोषित नहीं की हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद 72 वर्षीय अग्रवाल ने संवाददाताओं से कहा, '' मैं पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से प्रेरित होकर कांग्रेस में शामिल हुआ हूं।''
शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में मंत्री रहे अग्रवाल ने कहा, ''जिस तरह से कमलनाथ जी ने मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश की जनता के लिये काम किया, विशेषकर 15 माह के शासन में किसानों के लिये काम किया। उससे प्रेरित होकर मैं कांग्रेस में शामिल हुआ हूं।''
यह पूछे जाने पर क्या उन्हें कांग्रेस द्वारा उपचुनाव में टिकट देने का वादा किया गया है, उन्होंने कहा, ''नहीं, मुझे उम्मीदवार बनाया जाता है, तो मैं चुनाव लडूंगा, यदि नहीं, तो मैं कांग्रेस के उम्मीदवार (बमोरी से) के लिये काम करुंगा।'' भाजपा द्वारा वर्ष 2018 में टिकट से इंकार किये जाने पर अग्रवाल ने बमोरी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और 28,000 से अधिक वोट हासिल किये। इस चुनाव में माना जाता है कि उन्होंने भाजपा के वोट काट लिये इससे तत्कालीन कांग्रेस उम्मीदवार महेन्द्र सिंह सिसोदिया की जीत आसान हो गयी और सिसोदिया ने 27,000 से अधिक मतों से चुनाव जीत लिया।
सिसोदिया प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में श्रम मंत्री बने। इसके बाद मार्च माह में सिसोदिया त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गये। इससे बमोरी सीट खाली हो गयी। अब प्रदेश में आगामी होने वाले उपचुनाव में सिसोदिया के बमोरी से भाजपा के उम्मीदवार बनने की पूरी संभावना है।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार में सिसोदिया को मंत्री बनाया गया है। मार्च माह में 22 और उसके बाद जुलाई माह में तीन कांग्रेस विधायक त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गये हैं। इसके अलावा दो विधायकों के निधन के चलते प्रदेश में कुल 27 विधानसभा की सीटें रिक्त हो गयीं हैं। इन 27 सीटों पर उपचुनाव सितंबर माह में होना संभावित है। हालांकि निर्वाचन आयोग ने उप चुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की है।

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