मांझी की मांग : कोई महादलित बनें CM उम्मीदवार, RJD को दी चेतावनी

बिहार में महागठबंधन की गांठ तो सुलझने का नाम ही नहीं ले रहा. हिंदुस्तानीअवाम मोरचा के प्रमुख और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी लगातार समन्वय समिति बनाने की मांग पर अड़े हुए हैं लेकिन कोई उनकी मांग पर गंभीरता से आगे बढ़ता हुआ दिखाई नहीं देता. अब खबर आ रही है कि जीतन राम मांझी की पार्टी ने बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरु कर दी है. वर्चुअल रैली की तर्ज पर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए पूर्व सीएम मांझी ने किसी महादलित को सीएम उम्मीदवार बनाने की मुद्दा उछाल दिया है और एक तरह से सीधे सीधे तेजस्वी यादव की उम्मीदवारों को चैलेंज कर दिया है.

बात बनने के आसार कम
मांझी के महादलित सीएम वाले बयान के बाद अब बात नहीं बनेगी, ऐसी उम्मीद की जा सकती है क्योंकि राजद किसी भी कीमत पर तेजस्वी यादव के नाम पर समझौता नहीं करने वाला है. इसके साथ ही सीएम उम्मीदवार के लिए किसी और का नाम राजद के स्वाभिमान को चोट पहुंचाने वाला है. राजद ने कई मौकों पर यह साफ भी कर दिया है कि जिसको गठबंधन में रहना है रहे, जाना है जाए,, सीएम उम्मीदवार तो तेजस्वी यादव ही होंगे.
राजद नहीं दे रहा मांझी को भाव
मालूम हो कि मांझी लगातार राजद और कांग्रेस नेताओं से महागठबंधन समन्वय समिति की मांग करते आ रहे हैं. कांग्रेस तो मांझी की बात सुन भी रही है लेकिन राजद की ओर से उनकी इस मांग पर कोई प्रतिक्रिया भी सामने नहीं आ रही है. राजद जिस प्रकार से मांझी को इग्नोर करता हुआ दिखाई दे रहा है, माना जा रहा है कि उसके जवाब में सीधे सीधे मांझी ने भी सीएम पद के लिए तेजस्वी की उम्मीदवारी को चैलेंज करते हुए किसी महादलित को सीएम उम्मीदवार बनाने की मांग कर डाली है. इससे महागठबंधन में चल रहा विवाद और बढ़ेगा. इसका नतीजा यह होगा कि या तो सुलह होगी या फिर मांझी बाहर होंगे.

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