गोरखधंधा : सासाराम में बन रही शराब और रैपर हिमाचल प्रदेश का

बिहार में शराबबंदी है और अवैध शराब का उद्योग भी यहां काफी फल फूल रहा है. बिहार में बाहर से लाकर शराब बेचने की बात तो पुरानी हो चुकी है पर अब यहां एक नए गोरखधंधे का खुलासा हुआ है. प्रतिष्ठित समाचार पत्र हिंदुस्तान की रिपोर्ट मानें तो सासाराम में पुरानी शराब की बोतलों में नई शराब पैक हो रही है और उस पर दूसरे प्रदेश का स्टीकर लगाकर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. सबसे ज्यादा स्टीकर क्रेजी रोमियो का लगाकर बेचा जा रहा है.

माल सासाराम का रैपर हिमाचल प्रदेश का
हिंदुस्तान अखबार के सासाराम संस्करण में 24 जुलाई को यह खबर प्रकाशित करते हुए बताया गया है कि सासाराम के बंद पड़े खनन क्षेत्रों में शराब बनाई जा रही है और उसे हिमाचल प्रदेश का रैपर व ढक्कन लगाकर बेचा जा रहा है. पुरानी बोतलों में नई शराब को पैक किया जाता है और उस पर क्रेजी रोमियो का स्टीकर लगाया जाता है, जिस पर लिखा होता है सेल फॉर हिमाचल. बड़ी संख्या में क्रेजी रोमियो के स्टीकर वाली शराब की बोतलें रोहतास, कैमूर आदि जिले में सड़क किनारे, नालियों में और कूड़े के ढेर पर पड़ी हुई मिल जाती है. इस गोरखधंधे में कई सफेदपोशों की संलिप्तता की खबर भी सामने आ रही है.
प्रशासन को था पहले से शक
बताया जा रहा है कि जिले में जब भी शराब को लेकर छापेमारी होती थी तब क्रेजी रोमियो का माल सबसे ज्यादा पकड़ में आया करता था लेकिन पिछले कुछ दिनों में उत्पाद विभाग की छापेमारी में जिस तरह से भारी मात्रा में खाली बोतल और लेबल बरामद हुए, वैसे में यह बात प्रमाणित हो गया है कि बंद पड़े खनन क्षेत्रों में शराब निर्माण का काम भी हो रहा है. उत्पाद निरीक्षक संजय चौधरी का कहना है कि इस प्रकार के शराब का सेवन लोगों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. वहीं उत्पाद विभाग योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई कर इस फर्जी शराब निर्माण के गोरखधंधे को तैयार करने की रणनीति में जुट गया है.

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