उत्तरी बिहार में बाढ़ का कहर जारी, बांध, पुल-पुलिया और सड़क टूटने से बढ़ी लोगों की परेशानी

उत्तर बिहार की ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उत्तर बिहार में हुई बारिश और नेपाल द्वारा छोड़े गए पानी के बाद से नदियों रौद्ध रूप धारण कर ली है. अब नदियों एप्रोच पथ को अपने निसाने पर ले ली है. पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी एवं मधुबनी जिलों में सैकड़ों जगह छोटी-बड़ी सड़कों के ध्वस्त होने के साथ-साथ पुल-पुलिया और एप्रोच रोड टूटने से लाखों की आबादी प्रभावित हुई है.

इधर सिकरहना का जमींदारी बांध मझौलिया के सेमराघाट में दो जगहों पर बांध टूट गया है. चनपटिया की उत्तरी घोघा पंचायत जाने वाली सड़क 50 फीट में टूट गई है. और पुल बह गया है. पश्चिमी चंपारण में वाल्मीकिनगर बराज से छोड़ा गया 212000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. वाल्मीकिनगर में एसएसबी कैंप के बाद हवाई अड्डा के रनवे पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है.

इधर मुजफ्फरपुर में औराई प्रखंड में राजखंड-पुपरी रोड पर नानपुर में जोंका नदी का पुल बह गया है. प्रखंड में रामपुर संभुता ग्रामीण सड़क व पुल, बभनगावां पूर्वी ग्रामीण पुल, बधुवन बेसी से राजखंड माधोपुर जाने वाली सड़क की पुलिया तथा धरहरबा के पर्री में पुल व एप्रोच रोड ध्वस्त हो गया है. बागमती की बाढ़ से गायघाट प्रखंड के शिवदाहा में का पुल ध्वस्त होने से मुजफ्फरपुर-दरभंगा जिलों की सीमा पर कई गांवों का गायघाट व सिंहवाड़ा प्रखंड मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है.

इधर मोतिहारी गोपालगंज फोरलेन पर डुमरियाघाट पर निर्माणाधीन पुल के एप्रोच रोड का कटाव हो गया है. बाढ़ के कारण जिले के दो ग्रामीण सड़कों के पुल और एप्रोच रोड टूट गया है. तेतरिया में मेघुआ के सगहरी गांव में आरसीसी पुलिया ध्वस्त हो गयी है. बंजरिया पूर्वी पंचायत के अजगरवा से खैरा घाट के बीच पुलिया का एप्रोच रोड टूटा है. चकिया से पकड़ीदयाल जाने वाली सड़क पर नरहर पकड़ी पुल में बड़ा सुराख हो गया है.

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