लगातार कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने से बच्चे को होता हैं तनाव, आइए करे बचाव

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से लोगों की जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई है। इसका सबसे बड़ा असर पड़ा है शिक्षा पर। बच्चों की पढ़ाई अब औनलाइन माध्यम से हो रही है।

इसके लिए जूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, गूगल मीट का इस्तेमाल हो रहा है। ऐसे में पढ़ाई के लिए नयी चुनौती पैदा हो गई है। डिजिटल क्लासेज से बच्चों की पढ़ाई तो हो रही है लेकिन परिवार को इसके लिए बहुत ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। साथ ही बच्चों को कई तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है, मसलन- चिड़चिड़ापन, मानसिक समस्याएं व आंखों पर स्ट्रेस। इसलिए बच्चों की स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए हमारी जिम्मेदारी सबसे अहम हो जाती है।
मां-बाप के लिए महत्वपूर्ण है कि वो ना केवल बच्चों की पढ़ाई का ध्यान रखें, बल्कि उनके स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें। ये बाते रखें ध्यान
सही पोस्चर डिजिटल क्लासेज में सबसे महत्वपूर्ण है कि बच्चों का पोस्चर ठीक हो। इससे उन्हें पीठ, कमरदर्द की समस्या नहीं होगी।
आंखों का रखें ध्यान डिजिटल क्लासेज में सबसे ज्यादा प्रभाव आंखों पर पड़ता है। औनलाइन क्लासेज के दौरान एंटी ग्लेयर ग्लास का इस्तेमाल करें इससे आंखों में दर्द की समस्या नहीं होगी। डॉक्टरी सलाह पर किसी अच्छे आईड्रॉप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
,
बेहतर क्वालिटी का आडियो ऑडियो के लिए बेहतर क्वालिटी का हेडफोन का प्रयोग करें। इससे बच्चे को जो भी वस्तु पढ़ाई जा रही है वह स्पष्ट सुनाई देगी क्योंकि ऑडियो में गड़बड़ी से उसका ध्यान भटक सकता है व विषय उसे ठीक से समझ नहीं आएगा।
ज्यादा देर कंप्यूटर स्क्रीन पर न बैठें लगातार कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने से बच्चे को तनाव होने कि सम्भावना है। यह भी महत्वपूर्ण है कि आप बीच-बीच में बच्चों को कुछ एक्स्ट्राकुरीकलर एक्टिविटीज में भी शामिल करें।
,
घर में रहते हुए योगा या प्राणायाम करें घर में बच्चों को अभ्यास कराना बेहद महत्वपूर्ण है। इससे उनकी फिटनेस बनी रहती है। बच्चों को योग कराएं, डांस थेरेपी भी बच्चों के लिए अच्छा हो सकती है। इनडोर कुछ गेम भी प्लान करें।
मानव संसाधन मंत्रालय ने जारी की हैं ये गाइडलाइंस
- प्री-प्राइमरी स्टूडेंस के लिए औनलाइन क्लास का समय 30 मिनट से ज्यादा नहीं होना चाहिए - कक्षा 1 से 8 के लिए दो औनलाइन सेशन होंगे। एक सेशन में 45 मिनट की कक्षा होगी - कक्षा 9 से 12 के लिए 30-45 मिनट की अवधि के चार सेशन होंगे।

अन्य समाचार