पुलिस कमिश्नर ने कहा, बिहार पुलिस को इस मामले में जांच का अधिकार नहीं

मुंबई। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच पर अब बिहार और मुंबई पुलिस आमने-सामने आ गई है। इस मामले पर पहली बार मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि सुशांत के परिवार ने अपने बयान में पहले किसी पर शक नहीं जताया था। सिंह ने कहा कि रिया के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने इशारों में यह भी कहा कि बिहार पुलिस को इस मामले में जांच का अधिकार नहीं है।

हालांक‍ि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह इस मामले में कुछ चुनिंदा चैनलों से अपने बयान को शेयर कर रहे थे, ज‍िसको लेकर मुंबई में मीडिया का एक धड़ा नाराज भी बताया जा रहा है।
कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा, सुशांत की मौत की एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट 14 जून को बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। आत्महत्या के मामले में पहले 'एडीआर' दर्ज की जाती है। अभी भी इन्वेस्टिगेशन जारी है और हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में बहुत ही डिटेल इन्वेस्टिगेशन की गई है। इसमें अब तक 56 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। कई एक्सपर्ट, फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉक्टरों की टीम से भी मशविरा लिया गया है।
'जांच के दौरान अभिनेता के घर पर मौजूद सभी लोगों के बयान 16 जून को दर्ज किए थे। इनमें उनकी तीन बहनें और उनके पिता शामिल हैं। यही नहीं उनके जीजा सिद्धार्थ तमर और ओपी सिंह का बयान भी साइन स्टेटमेंट लिया गया है। किसी ने अपने बयान में हत्या का शक नहीं जताया था।'
परमबीर ने बताया कि जांच में यह बात भी सामने आई है कि वे बायपोलर डिसऑर्डर, स्किजोफ्रेनिया जैसे बीमारियों को गूगल पर सर्च करते थे। इसके अलावा, 13 और 14 जून को सुशांत की फ्लैट का सीसीटीवी हमने बरामद किया है, लेकिन वहां कोई पार्टी हुई थी ऐसा एक भी सबूत नहीं मिला है।
'दिशा सालियान से सुशांत का नाम जोड़ने की वजह से भी वह तनाव में थे। परिवार ने अब तक एक बार बयान दिया है। हमने उन्हें फिर से बयान दर्ज करने के लिए बुलाया, लेकिन वे नहीं आए।'
उधर, पटना के एसपी विनय तिवारी को मुंबई में क्वारैंटाइन किए जाने पर कमिश्नर ने कहा कि यह बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का मुद्दा है। बीएमसी के अफसर अपने हिसाब से इस मामले में काम कर रहे हैं। तिवारी रविवार को मुंबई पहुंचे थे। इस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, 'यह अच्छा नहीं हुआ। बिहार पुलिस सिर्फ अपना काम कर रही है। इसे राजनीति से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।'- एजेंसी

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