मुंबई पुलिस पर जमकर भड़के बिहार डीजीपी, कहा हमारे चार अफसरों को हाऊस अरेस्ट के डर से छिपना पड़ा है।
पूजा राजपूत- सुशांत सिंह राजपूत की केस की जांच में मुंबई पुलिस और पटना पुलिस के बीच खींचतान खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बल्कि अब तो यह कहा जा सकता है कि दोनों राज्यों की पुलिस के बीच आर-पार की लड़ाई शुरू हो गई है। सुशांत सिंह राजपूत केस और दिशा सालियान केस की जांच में जुटे पुलिस अधिकारियों को मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने इन दोनों ही केसों से संबंधित कोई भी जानकारी किसी के भी साझा नहीं करने के सख्त आदेश दे दिए हैं।
वहीं, मुंबई पुलिस पर बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जमकर भड़के हैं। डीजीपी पांडेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंगलवार को कहा कि 'हमारे आईपीएस अफसर विनय कुमार तिवारी को जबरन क्वॉरंटीन किया गया। अगर महाराष्ट्र सरकार अपनी पुलिस पर फख्र करती है, तो हमें बताया जाए कि सुशांत की मौत के 50 दिनों बाद तक उन्होंने क्या किया। मुंबई के अफसर हमारे साथ बातचीत नहीं कर रहे हैं। यह इशारा करता है कि कुछ तो गलत है।'
आईपीएस अफसर विनय तिवारी को जबरन क्वॉरंटीन किए जाने के मामले में बिहार डीजीपी ने कहा कि 'विनय तिवारी के साथ अपराधी जैसा बर्ताव हुआ। उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है। हमारे चारों अफसरों को मुंबई पुलिस के डर की वजह से वहां छिपना पड़ा हैं।'
उन्होने आगे बताया कि चारों पुलिस अफसरों को जांच में जुटने की बजाए बीएमसी और मुंबई पुलिस से छिपना पड़ा रहा है क्योंकि बीएमसी के अधिकारी उन्हें भी क्वॉरेंटीन करने के लिए तलाशते फिर रहे हैं।
बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रिया चक्रवर्ती के गुमशुदगी पर टिप्पणी की है और कहा कि 'रिया चक्रवर्ती अगर निर्दोष हैं तो वह सामने आकर जांच में सहयोग क्यों नहीं करती हैं। वह सिर्फ मुंबई पुलिस का ही सहयोग क्यों कर रही हैं।' साथ ही उन्होंने सवाल किया कि सुशांत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियन का नाम सुनते ही मुंबई पुलिस भड़क क्यों जाती है?
आपको बता दें, कि इस बीच बिहार सरकार ने इस केस के लिए सीबीआई जांच की मांग कर दी है। सुशांत के पिता ने मुख्यमंत्री नितिश कुमार से मंगलवार की सुबह केस को सीबीआई को सौंपे जाने की अपील की थी, जिसके बाद बिहार सरकार डीजीपी से सुशांत सिंह केस में सीबीआई जांच की औपचारिकता पूरी करने के लिए कहा है।
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