सावधान हो जाइए, जिले में तेजी से फैल रहा कोरोना का संक्रमण

मधुबनी। कोरोना महामारी का प्रकोप पूरे जिले में लगातार बढ़ रहा है।नए इलाकों से लोगों के संक्रमित होने की खबरें आ रही है।जिले एवं प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों के संक्रमित होने की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। ऐसे में संक्रमण से बचाव में हुई छोटी चूक भी संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकता है। जिले में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1299 हो गई है जिसमें 720 मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया है।वहीं वर्तमान में 577 एक्टिव मरीज है। राज्य सरकार द्वारा फिर से 16 अगस्त तक लॉकडाउन लगाया गया है लेकिन शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में इसको लेकर गंभीरता में कमी देखी जा रही है। लोग बेपरवाह इधर उधर घूमते नजर आ रहे हैं। कई लोग बिना मास्क के नजर आते हैं, कई प्रखंडों में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इलाकों को सील कर कन्टेनमेंट जोन घोषित किया गया है। तमाम उपायों के बावजूद लोग लापरवाह नजर आ रहे हैं,यह स्थिति खतरनाक है और संक्रमण विस्फोटक रूप ले सकता है। घर में रहकर स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन का करें सहयोग: सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया जिला स्वास्थ विभाग द्वारा लोगों को कोरोना के खतरे से जागरूक करने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इस समय लोगों से अपेक्षा है कि अपने घरों में रहें और संक्रमण से लड़ाई में अपना सहयोग दें। बिना जरुरत के घर से बाहर निकलना खुद के साथ साथ अपने परिवारजनों को भी खतरे में डाल सकता है। कोरोना का संक्रमण लोगों के शारीरिक संपर्क में आने से तेजी से फैलता है। इसलिए सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है। स्वास्थ्य विभाग लगातार कोरोना से संबंधित टेस्ट में तेजी लाने और इसकी पहुंच सभी तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। डॉ. झा ने बताया सभी प्रखंडों में 50 मरीज की जांच रैपिड एंटीजन किट से करने का निर्देश दिया गया है एवं जिले में ट्रनेट मशीन से जांच की जा रही है। जिससे अधिक से अधिक संक्रमित लोगों की पहचान हो सके और उन्हें जरुरी चिकित्सीय सुविधा प्राप्त हो सके।संयम रखकर और सावधानी बरतकर स्वयं को इस महामारी से सुरक्षित रखा जा सकता है और लापरवाही घातक साबित हो सकती है। मास्क, शारीरिक दूरी और हाथों की नियमित सफाई जरूरी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाईन में यह स्पष्ट बताया गया है कि कोरोना के संक्रमण से बचाव का सबसे सुरक्षित तरीका है शारीरिक दूरी का पालन करना। कोरोना का संक्रमण लोगों के आपसी संपर्क में आने से तेजी से फैलता है और यह पता करना कठिन होता है कि संक्रमण की शुरुआत किस व्यक्ति से हुई है। इसलिए सरकार निरंतर लोगों को शारीरिक दूरी अपनाने की विनती कर रही है। अपने कार्यस्थल में अथवा बाजार में 6 फीट की दूरी रखकर और मास्क का प्रयोग करके खुद को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सकता है। मास्क का उपयोग करते समय यह ध्यान रखने की जरुरत है कि इसकी नियमित सफाई भी की जा रही है। मास्क को बार-बार ऊपर -नीचे करने से बचना चाहिए। यह संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकता है। हाथों की साबुन पानी या अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से नियमित सफाई करके भी खुद को इस महामारी के चपेट में आने से बचाया जा सकता है। संक्रमण के लक्षण नजर आते ही करें चिकित्सकों से संपर्क कोरोना के लक्षण दिखाई पड़ते ही अविलंब चिकित्सीय सलाह लेकर जरुरी प्राथमिक उपचार प्राप्त करना आवश्यक है। लक्षणों को नजरंदाज करना या हल्के में लेना घातक साबित हो सकता है। लक्षण नजर आते ही अपनी जांच कराएं एवं चिकित्सीय सलाह लें।

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Posted By: Jagran
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