देश के स्टेशनों को बेचने के विरोध में रेल कर्मचारियों का प्रदर्शन

देश के स्टेशनों को बेचने के विरोध में रेल कर्मचारियों का प्रदर्शन

एनई रेलवे मजदूर यूनियन के नेताओं ने किया छपरा जंक्शन पर विरोध
छपरा जंक्शन पर निकाली रैली व सरकार के विरोध में नारेबाजी
छपरा। हमारे संवाददाता
ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के आह्वान पर रविवार को एनई रेलवे मजदूर यूनियन के बैनर तले दर्जनों रेल कर्मचारियों ने रेलवे के निजीकरण और देश के रेलवे स्टेशनों को बेचने के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। डीजल लॉबी के पास प्रदर्शन करते हुए रेल कर्मचारियों ने प्लेटफार्म संख्या एक पर रैली निकाली। यूनियन के नेता राणा राकेश रंजन ने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे को प्राइवेट हाथों में टुकड़े-टुकड़े करके बांट रही है। आने वाले समय में रेलवे स्टेशन पर आना भी आम लोगों को महंगा साबित होगा। साथ ही रेलवे जब निजीकरण में चला जाएगा तो कंपनियां अपने मुताबिक किराया तय करेंगी। रेल कर्मचारी हो या आम आदमी- सबके लिए परेशानी होगा। एके श्रीवास्तव ने कहा कि हम सभी रेल कर्मचारी निजीकरण के विरोध में पूरे देश में एकजुट हैं। रेलवे की फैक्ट्री को भी बेचा जा रहा है जिसका विरोध देश स्तर पर हो रहा है। रेलवे में जो पद खाली है उसको भरा नहीं जा रहा है। अमरनाथ सिंह ने कहा कि रेल मंत्रालय 50 प्रतिशत सरेंडर पदों को को भरने का फैसला करें । यूनियन के नेता अनिल कुमार सिंह व शंभू पांडे ने कहा कि रेलवे के उपभोक्ताओं से अपील है कि वह इस मुहिम में रेल कर्मचारियों का साथ दें। इससे रेल कर्मचारियों के साथ-साथ रेल उपभोक्ताओं को भी उनके हक की लड़ाई निहित है। सभा को संबोधित करने वालों में शशि भूषण प्रसाद, कोमल कुमार, दिग्विजय सिंह विनय कुमार आदि दर्जनों रेल कर्मचारी शामिल थे।

अन्य समाचार