नयी शिक्षा नीति में बातें अच्छी पर क्रियान्वयन का स्वरूप स्पष्ट नहीं : केदार

नयी शिक्षा नीति में बातें अच्छी पर क्रियान्वयन का स्वरूप स्पष्ट नहीं : केदार

माध्यमिक शिक्षक संघ ने नयी शिक्षा नीति पर की ऑनलाइन परिचर्चा
छपरा। हिंदुस्तान प्रतिनिधि
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्याध्यक्ष केदारनाथ पांडेय की अध्यक्षता में गूगल मीट के माध्यम से ऑनलाइन नई शिक्षा नीति पर परिचर्चा आयोजित की गयी। राज्याध्यक्ष ने नई शिक्षा नीति की खूबियों व खामियों पर प्रकाश डाला। चर्चा के मूल में माध्यमिक स्तर की शिक्षा नीति रही। नई शिक्षा नीति में कुछ अच्छी अच्छी बातें भी कही गई हैं लेकिन उनके क्रियान्वयन का स्वरूप क्या होगा यह स्पष्ट नहीं किया गया है। खास कर शिक्षकों की नियुक्ति, वेतनमान व सेवाशर्त क्या होगी, इसकी भी कुछ स्पस्ट रूप रेखा दिखाई नहीं दे रही है। विद्यालयों की देख रेख के लिए बनने वाली समितियों में भी स्थानीय राजनीतिक हस्तक्षेप की प्रबल संभावना है जो विद्यालयों के संचालन को प्रभावित कर सकता है।
यह शिक्षा नीति ड्रॉप आउट को कम करने की बात तो करती है पर इसके लिए कोई ठोस कार्यक्रम की चर्चा नहीं है। नीति से ऐसा लगता है कि गरीब व मध्यम वर्ग के लड़के उच्च शिक्षा से कही वंचित न हो जाए। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नेता कुमार अर्नज ने किया। शिक्षिका कंचन सिंह,प्रकाश सिंह झुन्नू, रैशुल खान, अंसार जी, लालबाबू सिंह व अन्य ने कई महत्वपूर्ण सवालों को उठाया। शिक्षिका कंचन सिंह ने कहा कि
शिक्षा नीति 2020 भी शिक्षा क्षेत्र की कोरोना महामारी है । बिना बच्चों का भविष्य सोचे मुहम्मद बिन तुग़लक़ की परियोजना की तरह इसे मंजूरी दे दी गई है । अपने मनपसंद विषय की पढाई तो सही है ।लेकिन सरकार को शिक्षा नीति के साथ रोजगार नीति भी बदलनी चाहिए । क्या जीवविज्ञान के साथ बेकरी विषय का अध्ययन करने वाले छात्रों को डाक्टर बनने का अवसर मिलेगा?अथवा हिन्दी के साथ भौतिक विज्ञान की पढाई वाले छात्र वैज्ञानिक बन पायेंगे ।अगर ऐसा नहीं है, थोड़ा वर्तमान नई शिक्षा नीति मात्र बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है । केदारनाथ पांडेय, प्राच्य प्रभा के संपादक विजय कुमार सिंह,शैक्षिक परिषद के सचिव शशि भूषण दुबे , संयुक्त सचिव बिनय मोहन व अन्य ने विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। प्रमंडल सचिव चन्द्रमा सिंह, नागेंद्र सिंह, चूल्हन सिंह, विद्यासागर विद्यार्थी व अन्य ने भी विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अनुमंडल सचिव नागेंद्र प्रसाद सिंह ने किया।

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