पेज तीन पर---सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में युवक की मौत,परिजनों का हंगामा

जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रविवार को इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद मृत युवक के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इससे अस्पताल परिसर में अफरातफरी बच गयी। मरीज की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा देखकर डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी इमरजेंसी कक्ष छोड़ कर बाहर निकल गए। बाद में घटना की सूचना मिलने के बाद सदर अस्पताल परिसर में पहुंची नगर थाना की पुलिस ने उग्र परिजनों को समझा- बुझाकर शांत कराया। परिजनों ने बताया कि रामचन्द्रपुर गांव निवासी हरेंद्र महतो के पुत्र दीपक कुमार के गले में परेशानी होने के बाद परिवार के सदस्यों ने उसे रविवार को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन,इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मी उसका इलाज करने में लापरवाही बरतते रहे। काफी देर बाद एक स्वास्थ्यकर्मी ने युवक को ऑक्सीजन लगाकर छोड़ दिया। इसी बीच इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार के सदस्यों ने जब डॉक्टर से मरीज को देखने की बात कही तो वहां तैनात डॉक्टर ने मरीज को भी नहीं देखा। जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने इमरजेंसी वार्ड में हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी कक्ष में इलाज में लापरवाही बरती गई। जब मरीज के बारे में जानकारी लेने के लिए डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश किया गया तो स्वास्थ्यकर्मियों ने मरीज की पर्ची फाड़ दी। उधर, नगर थाने की पुलिस पीड़ित परिवार का बयान दर्ज कर मामले की जांच- पड़ताल करने में जुट गई है। इस संबंध में अस्पताल मैनेजर अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मरीज को पहले निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था। मरीज की हालत बिगड़ने के बाद उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करा दिया गया था। किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गयी है।

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