किसान विरोधी अध्यादेश को वापस ले सरकार

अरवल : भाकपा माले ने सरकार द्वारा पांच अगस्त को किसानों के लिए जारी अध्यादेश को किसान विरोधी करार दिया है। पार्टी के जिला सचिव महानंद ने कहा कि बिजली के निजीकरण आवश्यक वस्तुएं जो नियम के दायरे में आते थे उन्हें भी निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है जिससे किसानों को काफी नुकसान होने वाला है। इसे लेकर जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखंड मुख्यालयों में पार्टी द्वारा प्रदर्शन करते हुए इस जनविरोधी अध्यादेश को वापस लेने की मांग की है। कुर्था में किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव रामाधार सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। जिला मुख्यालय में रविद्र यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। करपी में उपेंद्र पासवान तथा मिथिलेश यादव इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। इस दौरान लाभकारी मूल्यों की गारंटी, बिजली बिल वापस लेने, हर साल फसल नुकसान का मुआवजा देने, डीजल के दाम को आधा करने तथा मनरेगा में कम से कम 200 दिन के रोजगार की गारंटी करने समेत अन्य मांगें की गई।

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Posted By: Jagran
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