भोरे में कर्ज मुक्ति को लेकर माले ने किया प्रदर्शन

गरीबों को सभी प्रकार के कर्ज से मुक्त करने की प्रमुख मांग को लेकर माले की महिला कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को भोरे में प्रदर्शन किया। बाद में पार्टी नेताओं ने मांगों से सम्बंधित मांग पत्र प्रभारी बीडीओ को दिया। मौके पर भोरे चारमुहानी पर नुक्कड़ सभा भी आयोजित की गई। पार्टी नेताओं की तरफ से सौंपे गए मांग पत्र में सभी छोटे कर्ज़ों की वसूली पर 31 मार्च 2021 तक रोक लगाने, स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का सामूहिक कर्ज माफ करने, एक लाख रुपए तक का निजी या सरकारी माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं से लॉकडाउन के दौरान लिए गए सभी किस्त माफ करने, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार और उनके उत्पादों की खरीद सुनिश्चित करने, एक लाख रुपए तक के कर्ज को ब्याज मुक्त बनाने, शिक्षा लोन का ब्याज माफ करने, स्वरोजगार के लिए 10 लाख रुपए तक के कर्ज़ पर शून्य से चार प्रतिशत तक ब्याज दर रखने आदि मांग शामिल था। पार्टी नेता सुभाष पटेल ने कहा कि रिजर्व बैंक ने 31 मार्च 2021 तक का कर्ज वसूली पर रोक लगाने की बात कही थी, लेकिन माइक्रोफाइनेंस संस्था और प्राइवेट बैंक कर्ज के किस्त वसूल रहे हैं। यदि कोई महिला किस्त जमा करने की स्थिति में नहीं है तो उसके घर का सामान उठाकर कर्मी ले जा रहे हैं। सरकार हमें नए किस्म के महाजन का गुलाम बनाने में लगी हुई है। पूंजीपति अरबों रुपया कर्ज नहीं चुकाते हैं, तो हमारी सरकार देश के खजाने से उनका कर्ज चुकता कर देती है। लेकिन महिला जो पहले हमेशा अपना कर्ज चुकता करती रही है उन्हें इस संकट के समय भी सरकार मदद नहीं कर रही है।

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