जहानाबाद। वर्षा जल संचयन को लेकर जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत विभिन्न विभागों द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। श्रमदान से कस्तूरबा के बच्चों ने रेन वाटर हार्वेस्टिग का निर्माण करा डाला। जिला शिक्षा पदाधिकारी रामसागर ने बताया सभी विद्यालयों के शिक्षकों एवं छात्रों के माध्यम से पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर कार्य किया जा रहा है। इस अभियान के तहत पेयजल, फसलों की सिचाई में जल की कमी को पूरा करने के लिए नई कारगर नीति बनाई गई है। छत की तीन हजार वर्ग फीट क्षेत्रफल के लिए इकाई वर्षा जल संचयन पद्धति के ढलान को देखते हुए न्यूनतम स्तर पर पानी जमा करने के उद्देश्य से आवश्यक व्यवस्था करनी है। विद्यालय परिसर में सबसे निचले स्तर के स्थान को चिन्हित किया गया है। वर्षा से प्राप्त जल को संग्रहण सबसे निचले स्तर पर जल संचयन के लिए दो चैम्बर का निर्माण किया जाना है। एक कलेक्शन चैम्बर तथा दूसरा रिचार्ज चैम्बर का कार्य करता है। डीईओ ने बताया कि लॉकडाउन के पूर्व कई सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में रेन वाटर हारवेस्टिग का कार्य वृहत पैमाने पर किया गया है। इस कार्य में सभी विद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र काफी बढ़-चढ़ कर भाग लिए है।
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Posted By: Jagran
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