तेरे हिस्से में सब मुबारक हो मेरे हिस्से में....

अचीवर्स जंक्शन के तीन दिवसीय भारतोत्सव कार्यक्रम का समापन रविवार की देर रात ऑल इंडिया मुशायरे से साथ हो गया। अंतिम दिन के कार्यक्रम में रात आठ बजे देश के नामचीन शायर सुनील कुमार तंग ने भी भाग लिया। इन्हीं की अध्यक्षता में जश्ने-आजादी ऑल इंडिया मुशायरे का एहतमाम किया गया। कार्यक्रम में मोहतरमा राना तब्बसुम, यूसुफ सागर, राकेश रंजन रणधीर और मनोज भावुक ने कविता पढ़ी व मुशायरा किया। युसूफ सागर ने मुशायरे का आगाज करते हुए कौमी तराना सुनाया। अर्ज किया हसीं फूलों का है गुलदान हमारा प्यारा हिंदुस्तान। मनोज भावुक की भोजपुरी गजलें भी खूब पसंद की गई। अमन वतन के बनल रहे बस, हवा में थिरकन बनल रहे बस, इहे बा ख्वाहिश वतन के धरती वतन के कण-कण बनल रहे बस। डॉ. साकेत रंजन प्रवीर का देशभक्ति शेर पसंद किया गया- दीन, मजहब, फर्ज, ईमान, हक, उसूल और वफादारी सारा कुछ इक लफ्ज में सिमटे तो हिंदुस्तान है। मोहतरमा राना तबस्सुम ने अपनी मधुर आवाज में देशभक्ति गीत सुनाया- तुम भी हम भी गाएं सब यहीं गाएं स्वतंत्रता का मिल के सभी लोग जश्न मनाएं। राकेश रंजन रणधीर के अशआर (शायरी) खूब पसंद की गई- तेरे हिस्से में सब मुबारक हो मेरे हिस्से में सिर्फ तू आये। सुनील कुमार तांग ने एक से बढ़कर एक कलाम पढ़ा। कहा फिरदौस में किसी दिन गालिब चचा ये बोले, कितना है खूबसूरत फिरदौस का नजारा। इकबाल भी वहीं थे, वो तड़ से आके बोले- सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा।

कोरोना काल में खुशियां बांटना है मकसद
अचीवर्स जंक्शन के निदेशक और रघुनाथपुर के कौसड़ गांव निवासी कवि मनोज भावुक ने कहा कि मेरा मकसद कोरोना काल में लोगों को खुशियां बांटना है। साथ ही भारत की सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रवाद से युवाओं को जोड़ना भी है। अचीवर्स जंक्शन ने यह कार्य बिना किसी साधन के अपने बल पर किया है। हमें पूर्ण विश्वास है कि लोग हमारा साथ जरूर देंगे। तीन घंटे तक चलने वाले इस मुशायरे का संचालन शायर डॉ. साकेत रंजन प्रवीर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन मनोज भावुक ने किया।

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