सब्जी, फल, दूध आदि जरूरी वस्तुओं की दुकान सुबह छह से दस बजे तक ही खुलेंगी

मुंगेर। कोरोना संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। अब फल, सब्जी, दूध सहित अन्य जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकानें अब सुबह छह बजे से दस बजे तक ही खुलेंगी। जबकि, गैर जरूरी वस्तुओं की दुकानें दिन में 12 बजे से शाम चार बजे तक ही खुलेंगी।

डीएम राजेश मीणा ने इस आशय का आदेश जारी कर दिया है। सभी दुकानें खुली रहने के कारण बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, प्रशासनिक कवायदों के बीच भी कोरोना के नए मरीजों के मिलने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को जिला में कोरोना के 40 नए मरीज मिले। जिसमें 30 पुरुष और दस महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही जिला में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2074 तक पहुंच गई। हालांकि, जिस रफ्तार से कोरोना के नए मरीज मिल रहे हैं। उसी अनुपात में लोग कोरोना को मात भी दे रहे हैं। गुरुवार को जहां कोरोना के 40 नए मरीज मिले। वहीं, बीते 24 घंटे में 69 लोग कोरोना को मात देने में सफल रहे। जिला में अब तक 1605 लोग कोरोना को हराने में सफल रहे हैं। हालांकि, कोरोना से अब तक जिला में 20 लोगों की मौत हो चुकी है। जिला में अब भी कोरोना के 449 एक्टिव केस मौजूद हैं। कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। जिला में बीते 24 घंटे के दौरान 1103 लोगों की एंटीजन कीट के माध्यम से कोरोना की जांच की गई। जबकि, 140 लोगों का ट्रूनेट लैब में जांच कराया गया। वहीं, 72 लोगों का स्वाब जांच के लिए पटना भेजा गया है। डीएम राजेश मीणा ने कहा कि मुंगेर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है। जिस अनुपात में लोगों की जांच कराई जा रही है, उस अनुपात में अब पॉजिटिव मरीज मिलने की संख्या में कमी आई है।
छोटे-छोटे प्रयासों से मुंगेर ने लिखी सफलता की बड़ी कहानी यह भी पढ़ें
----------------------
व्यवसायी को भी आर्थिक पैकेज दे सरकार : मनोज जैन
संवाद सूत्र, मुंगेर : मुंगेर चैंबर आफ कामर्स के सचिव ने कहा कि लंबे समय से चले आ रहे लॉकडाउन के कारण व्यवसायियों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। व्यवसायियों का व्यवसाय ठप पड़ा हुआ है। ऐसे में सरकार को किसानों के लिए घोषित किए गए राहत पैकेज की तर्ज पर व्यवसायियों के लिए भी राहत पैकेज की घोषणा करना चाहिए। वहीं, व्यवसायियों का ऋण भी माफ करना चाहिए। ताकि, व्यवसायी फिर से अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकें।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार