शिक्षक नेतृत्व और सरकार के बीच अघोषित गठजोड़ है सेवा शर्त:पंकज कुमार

शिक्षक नेतृत्व और सरकार के बीच अघोषित गठजोड़ है सेवा शर्त:पंकज कुमार

छपरा। हिंदुस्तान प्रतिनिधि
माध्यमिक शिक्षक नेता पंकज कुमार ने बिहार सरकार द्वारा घोषित नई सेवा शर्त को शिक्षक विरोधी एवम चुनावी स्टंट बताते हुए कहा कि यह सत्तापरस्त पदलोलुप शिक्षक नेतृत्व एवम सरकार के बीच अघोषित गठजोड़ का नतीजा है। 2015 में ही नई सेवा शर्त के निर्माण को कमिटी गठित की गई थी।विधानसभा चुनाव नजदीक आने पर सरकार ने कमिटी को पुनर्गठित किया और उसकी सिफारिश पर 18 अगस्त को नई सेवा शर्त को लागू किया। जिसमें एक बार फिर शिक्षकों की मूल माँगो -पूर्ण वेतनमान और पुरानी सेवा शर्त को पूर्णतः नजरअंदाज कर दिया गया है। नई सेवा शर्त में शिक्षकों की कुछ छोटी-मोटी मांगों को ही स्वीकार किया गया है।लेकिन पूर्ण वेतनमान, राज्यकर्मी का दर्जा,पंचायती राज के नियंत्रण से अलग करने,सावधिक प्रोन्नति, सेवांत लाभ,अवकाश ग्रहण करने पर 10 लाख रुपए उपादान,पेंशन, सहायक शिक्षक का दर्जा,पुरुष शिक्षकों को अंतरजिला स्थानांतरण के लाभ से वंचित कर दिया गया है। संघ के अध्यक्ष व विधान पार्षद के रूप में नियोजित शिक्षकों को पूरी तरह से निराश किया है।ऐसी स्थिति में अब सभी शिक्षक प्रो रणजीत कुमार की ओर आशा और उम्मीद भरी नजरों से देख रहे हैं।

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