कचरा प्रबंधन नीति के बेहतर होने के बाद ही सुधरेगी नगर निगम की रैंकिग

बेगूसराय : राष्ट्रीय स्तर पर कराए गए स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के 382 शहरों की सूची में बेगूसराय नगर निगम ने 279 वां रैंक हासिल किया है। भले ही एक से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की सूची में सूबे में दूसरा स्थान प्राप्त किया परंतु देश स्तर पर अब भी बेगूसराय नगर निगम काफी पीछे है। देश स्तर पर अपनी रैंकिग को सुधारने के लिए नगर निगम को सभी क्षेत्रों में काफी सुधार करने की जरूरत है। नगर निगम ठोस कचरा प्रबंधन के मोर्चे पर विफल रही है। सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग करके बिजली बनाने जैविक उर्वरक तैयार करने की योजना अब तक धरी की धरी हुई है। बेगूसराय में प्रतिदिन लगभग 73 मेट्रिक टन तक कचरा निकलता है। कचरा प्रबंधन नहीं होने से बहदरपुर स्थित कूड़ा डंपिग केंद्र में कचरे का ढेर परेशानी का सबब बना हुआ है। बाघी स्थित नगर निगम अपनी जमीन पर छोटे स्तर पर गीला कचरा से उर्वरक बनाने का कार्य शुरू किया है। सूखे व गीले कचरे को अलग अलग करने के लिए नगर निगम ने डोर टू डोर वाहनों का परिचालन कराया है। गीले और सूखे कचरे अलग-अलग रखने के लिए हरे एवं नीले रंग के डिब्बे प्रत्येक घरों में लगाए गए हैं। वाहनों के परिचालन से घर घर से कचरा उठने लगा है। हालांकि कचरा प्रबंधन के लिए कोई कंपनी आगे नहीं आ रही है।

अखंड सौभाग्य प्राप्ति के लिए सुहागिन महिलाओं ने रखा व्रत यह भी पढ़ें
कूड़ा डंपिग के लिए नगर निगम ने अब तक एक एकड़ जमीन भी अधिग्रहित नहीं कर पाई है। आम लोगों की सहमति से जहां-तहां गड्ढों में कचरा डंपिग किया जा रहा है। कचरा उठाओ एवं निस्तारण के लिए मानव बल उपलब्ध कराने वाली एजेंसी का फाइल अब तक बुडको के अधीक्षण अभियंता के यहां पड़ी हुई है। नगर निगम फिलहाल अपने अधीनस्थ सफाई कर्मचारियों के माध्यम से डोर टू डोर कचरा संग्रह का कार्य करवा रहा है।
बेगूसराय नगर निगम में कुल 45 वार्ड हैं। परंतु निगम मात्र 15 छोटे बॉक्स टीपर के सहयोग से घरों से कूड़ा उठा रहा है। सभी गाड़ियों पर हरे एवं नीले रंग के डब्बे लगे हुए हैं। नगर निगम के 45 वार्डों में प्रत्येक में एक-एक गाड़ी सुबह-सुबह कचरा उठाने के लिए पहुंचती है। गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल, गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल गाना लाउडस्पीकर पर बजता है। इसे सुनकर लोग गेट पर कचरे के साथ पहुंचते हैं। नगर निगम के पास कचरा प्रबंधन के लिए सिर्फ एक जेसीबी, दो हाईवा, दो बॉबकैट, छह ट्रेक्टर, दो स्वाइल टैंकर, 15 छोटा टीपर, दो रोड स्वीपिग मशीन, एक सुपर सकर मशीन, एक लिफ्टर, एक कंपैक्टर तथा एक ट्रैक्टर लिफ्टर है। नगर निगम ने जहां-तहां कचरा फेंकने वाले व्यवसायिक संस्थानों पर नकेल कसी है। जुर्माने के भय से अब चिन्हित स्थान या कचरा गाड़ी में ही लोग कूड़ा डालते हैं।
शहर की बढ़ती हुई आबादी को देखते हुए बेगूसराय नगर निगम ने शहर से थोड़ा सा हटके बाजीतपुर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का फैसला किया है। इसके लिए बुडको की निगरानी में गुजरात की एक कंपनी द्वारा नगर निगम क्षेत्र में सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य कर रही है। 2023 तक सीवरेज लाइन चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
विकास के दम पर लड़ा जाएगा विधानसभा चुनाव : विनय सिंह यह भी पढ़ें
नगर निगम आयुक्त अब्दुल हमीद ने बताया कि बेगूसराय नगर निगम की रैंकिग और अच्छी बनाने के लिए निगम के सभी कर्मचारी एवं प्रतिनिधि लगातार प्रयास कर रहे हैं। कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में नगर निगम द्वारा कई तरह की योजनाओं के क्रियान्वयन में लगी हुई है। आगामी कुछ वर्षों में बेगूसराय नगर निगम देश स्तर पर अच्छे अंकों के साथ बेहतर रैंक हासिल करेगा।
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार