रोजगार को वैकल्पिक खेती का प्रशिक्षण

अरवल : जिले में उत्कर्ष जैविक कृषि संस्थान किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। संस्थान द्वारा तरह तरह के प्रशिक्षण देकर बेरोजगार युवकों को रोजगार देने का भी काम किया जा रहा है । मछली , बकरी तथा मुर्गी पालन के साथ हीं मशरूम की खेती सज्जन की खेती सतावर की खेती, तरह-तरह के जैविक खेती का प्रशिक्षण देकर किसानों को बेरोजगारों को रोजगार देने के काम कर संस्था रही है। संस्था के एपीओ उत्कर्ष,फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के सीईओ प्रबंध निदेशक मनीष कुमार सिंह ने कहा कि मछली पालन का हम लोग अभी प्रशिक्षण दे रहे हैं ।उसे नाबार्ड से शीघ्र लोन देकर उसे 50 फीसद अनुदान दिया जाएगा तथा सब्सिडी दिया जाएगा। संस्था के निदेशक शिवपूजन सिंह ने कहा कि हम लोग का प्रयास है तरह-तरह के जैविक खेती मशरूम की खेती, मुनगा की खेती ,सहजन की खेती, काला धान की खेती। ब्लैक राइस में तरह-तरह के औषधीय गुण है ।उस में बीमारी को समाप्त करने की क्षमता है। डायबिटीज हो शुगर हो बीपी हो हाइपरटेंशन हो जॉइंट पेन हो तरह-तरह के औषधीय खेती करने से तरह-तरह की बीमारियों में काम आती है।संस्था के संयोजक मुकेश कुमार ने बताया कि हम लोग के प्रशिक्षण देकर जिले में किसानों के लिए एक मिसाल कायम करना है। शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार देकर व्यवसायिक प्रशिक्षण देकर उसे मुख्यधारा में जोड़ने का संस्थान काम कर रही है। नाबार्ड से किसानों को और आत्मा से किसानों से को सहयोग देकर सरकार की कार्यक्रम को सफल बनाना जा रहा है।


Posted By: Jagran
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