गोपालगंज के सामाजिक कार्यकर्त्ता की ईलाज कराने के क्रम में मौत

गोपालगंज के सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार गुप्ता की आज इलाज के दौरान पटना में जहा मौत हो गयी। वही इस मौत के बाद गोपालगंज में लोगो में मायूसी छा गयी। मनोज कुमार की कुछ दिनों पूर्व कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्हें पटना के एक निजी क्लिनिक में उन्हें भर्ती कराया गया था। बाद में इलाज के दौरान उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव हो गयी थी। लेकिन वे किडनी की गंभीर बीमारी से दोबारा डायलिसिस पर चले गए। जिनकी आज बुधवार को मौत हो गयी।

बता दे की मनोज कुमार गुप्ता सदर अस्पताल के ठीक सामने माया मेडिको शॉप के मालिक थे। सदर अस्पताल के ठीक सामने मेडिकल शॉप होने की वजह से 24 घंटे उनकी दुकान खुली रहती थी और वे गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर मरीजो को मुफ्त में दवाए उपलब्ध कराते थे। मार्च महीने में जब कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन लगा था। तब लाखों की संख्या में लोग बिहार वापस आ रहे थे। तब मनोज कुमार अपनी टीम को लेकर रोजाना एनएच-28 पर बिहार वापस आ रहे मजदूरो को खाने के सामान, जरुरी सामान और मास्क के साथ आर्थिक सहायता भी उलपब्ध कराते थे। कोरोना काल में एक न्यूज़ पोर्टल की खबर के बाद सदर प्रखंड के मकुनिया गाँव में पहुचकर एक वृद्ध परिवार को न सिर्फ मनोज ने भरपूर राहत सामग्री उपलब्ध करायी थी। बल्कि इस लाचार और बेबस परिवार को लिए उन्होंने प्रति महीने कुछ आर्थिक सहायता देने का भी जिमा लिया था।
मनोज कुमार गुप्ता के बड़े भाई मोहन प्रसाद ने बताया की उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गए थे। जिसको लेकर उन्होने दिल्ली की बड़ी निजी मेडिकल हॉस्पिटल से एयर एम्बुलेंस से लिफ्टिंग कर इलाज कराने की गुहार लगायी थी। लेकिन वहा से कोई पॉजिटिव रेस्पोंस नहीं मिला था। जिसकी वजह से आज उनकी मौत हो गयी |

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