बाढ़ जैसे अतिसंवेदनशील कार्य में उदासीनता बरतने पर पारू सीओ समेत तीन से स्पष्टीकरण, जानिए इन पर लगे आरोप

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। विभिन्न अंचलों में बाढ़ से प्रभावित परिवारों को छह हजार रुपये प्रति परिवार की दर से देय अनुग्रहित राशि की वितरण की डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बुधवार को समीक्षा की जिसमें प्रखंड वार अपडेट लिया। वितरण से संबंधित डाटा एंट्री के कार्य में जिन अंचलों का प्रदर्शन लचर था, उनके अधिकारी को फटकार लगाई। साथ ही दो दिनों के अंदर निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने को कहा।

डीएम ने इसे घोर लापरवाही माना
डाटा एंट्री के कार्यों में गति लाने का भी निर्देश दिया। वहीं अंचल अधिकारी औराई, पारू और बंदरा से स्पष्टीकरण पूछा गया है। कहा कि पारू अंचल में पिछले एक सप्ताह में डाटा एंट्री का कार्य शून्य है। इस पर डीएम ने बाढ़ जैसे अतिसंवेदनशील कार्यों में उदासीनता बरतने व घोर लापरवाही मानते हुए अंचलाधिकारी पारू से स्पष्टीकरण पूछा है। संबंधित सीओ को 24 घंटे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने कहा कि अभी भी बाढ़ को लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जीआर राशि के वितरण में लापरवाही किसी भी स्तर पर नजर आती है तो संबंधित पर जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी। जांचोपरांत दोषी पाए जाने पर प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है।
सभी भुगतान इस माह के अंत तक करने का निर्देश
सभी अंचल अधिकारियों को खाद्यान्न एवं नाव व नाविकों का भुगतान इस माह के अंत तक हर हाल में करने को कहा गया है। प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारियों को भी जीआर राशि वितरण एवं नाव व नाविकों के भुगतान को लेकर जिम्मेदारी दी। बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, अपर समाहर्ता आपदा अतुल कुमार वर्मा, डीपीआरओ कमल ङ्क्षसह समेत अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही सभी प्रखंडों के बीडीओ व सीओ वीसी से जुड़े थे।

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