प्रसव प्रोत्साहन राशि घोटाला : लेखापाल ने स्पष्टीकरण का नहीं दिया जवाब, होगी बर्खास्तगी

मुशहरी सीएचसी में जननी बाल सुरक्षा योजना के प्रसव प्रोत्साहन राशि घोटाले में अब लेखापाल की बर्खास्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से लेखापाल से पूरे प्रकरण पर स्पष्टीकरण मांगा गया था। 24 घंटे में सिविल सर्जन कार्यालय में जवाब देने के लिए कहा गया था। इसकी समय सीमा बुधवार को खत्म हो गई। देर शाम तक लेखापाल की ओर जबाव नहीं दिया है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनकी बर्खास्तगी को लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है। गुरुवार को इसपर सिविल सर्जन की ओर अनुशंसा की जा सकती है।

संविदा पर हुई थी लेखापाल की बहाली लेखापाल की बहाली संविदा के आधार पर स्वास्थ्य विभाग में हुई थी। इस कारण उनकी बर्खास्तगी का निर्णय जिलास्तर पर ही लिया जाएगा। बर्खास्तगी की अनुशंसा सिविल सर्जन के स्तर से डीएम को की जाएगी। इसपर मंजूरी डीएम देंगे।
सीएचसी प्रभारी ने फरार होने की दी सूचना मुशहरी सीएचसी प्रभारी उपेंद्र चौधरी ने बताया कि उन्होंने सिविल सर्जन को लेखापाल के फरार होने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन को लिखित सूचना दी है कि लेखापाल 21 अगस्त से बिना सूचना कार्यालय से फरार हैं।
मुशहरी सीएचसी के लेखापाल को प्रसव प्रोत्साहन राशि घोटाले का दोषी पाया गया है। पूरे प्रकरण पर अपना पक्ष रखने के लिए उन्हें स्पष्टीकरण का जवाब 24 घंटे में मांगा गया था, जो समय बुधवार को पूरा हो गया है। अब उनकी बर्खास्तगी की प्रक्रिया की जाएगी। -डॉ. शलैश प्रसाद सिंह, सिविल सर्जन

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