जेईई और नीट के लिए मुश्किल है परीक्षा केंद्र की डगर

बक्सर : बैंक अधिकारी का पुत्र पीयूष जेईई का परीक्षार्थी है और उसका सेंटर पटना में पड़ा है। दो सितंबर को परीक्षा देने के लिए पिता ने एक गाड़ी बुक कर दी है, वह एक दिन पहले पटना पहुंचकर होटल में रुकेगा और अगले दिन सुबह आठ बजे परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करेगा। इसमें पीयूष के अभिभावक के कम से कम भी छह-सात हजार रुपये खर्च हो जाएंगे। पीयूष सौभाग्यशाली है कि उसके पिता इतना खर्च करने में सक्षम हैं, लेकिन सभी अभ्यर्थियों की आर्थिक हैसियत ऐसी नहीं है कि वे गाड़ी बुक कर पटना और वाराणसी जा सकें।

दरअसल, उच्चतम न्यायालय से मंजूरी मिलने के बाद नेशनल टेस्टिग एजेंसी परीक्षा लेने की तैयारी में जुटा है। इंजीनियरिग कॉलेज में प्रवेश के लिए एक से छह सितंबर तक जेईई और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए 13 सितंबर को नीट की परीक्षा होनी है। दोनों परीक्षा में बक्सर से लगभग साढ़े तीन हजार छात्र भाग लेंगे लेकिन परीक्षा केंद्र तक वे कैसे पहुंचेंगे, इसकी चिता अभ्यर्थियों को सता रही है। बक्सर से सबसे नजदीकी परीक्षा केंद्र आरा है। हालांकि, वहां सीट सीमित होने के कारण बक्सर के अधिकांश छात्रों के सेंटर पटना या वाराणसी में हैं। कई छात्रों के परीक्षा केंद्र इलाहाबाद में भी दिए गए हैं। परीक्षार्थी प्रगति राय ने बताया कि वह बोर्ड परीक्षा के बाद से ही तैयारी में जुट गई थी और परीक्षा की तिथि आने से वह खुश हैं लेकिन परीक्षा देने वह वाराणसी कैसे जाएंगी यह चिता सता रही है।
विजिलेंस के सामने गिरफ्तार लेखा पदाधिकारी ने लिया डीडीसी का नाम यह भी पढ़ें
स्पेशल ट्रेनों में नहीं मिल रही जगह
जेईई के परीक्षार्थी मो.रूस्तम, धीरज, आकाश वर्मा, मोहेति उपाध्याय आदि ने बताया कि उनकी परीक्षा तीन सितंबर को पटना में है लेकिन ट्रेनों का परिचालन कम होने से वे लोग परेशान हैं। सुबह समय पर पटना पहुंचने के लिए उन्हें आधी रात की या सुबह की ट्रेन पकड़नी होगी। किसी भी ट्रेन में सीट खाली नहीं है और बिना सीट रिजर्व के ट्रेन में सफर नहीं कर सकते। परीक्षार्थियों ने कहा कि वे लोग भी परीक्षा देना चाहते हैं लेकिन सरकार को पटना-वाराणसी के लिए ट्रेन चलाना चाहिए चाहिए। कैंब्रिज सीनियर सेकंडरी स्कूल के निदेशक मोहन चौबे ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, परिवहन व्यवस्था नाकाफी होने से बच्चे खुद को जोखिम में डाल किसी तरह परीक्षा केंद्र पहुंचने की कोशिश करेंगे, जो ठीक नहीं होगा। फाउंडेशन स्कूल के प्राचार्य विकास ओझा ने कहा कि बक्सर का कोई भी अभ्यर्थी परिवहन सुविधा के अभाव में परीक्षा से वंचित न हों, यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी होनी चाहिए।
-----------------------
सम्मान भाव को जागृत रखने का अवसर देता है पितृपक्ष यह भी पढ़ें
परीक्षा रद करने को एनएसयूआई ने पीएम का पुतला दहन
जागरण संवाददाता, बक्सर : तीन सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को छात्र संगठन एनएसयूआई के छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी का पुतला दहन किया। इसके पूर्व छात्रों ने नारे लगाते हुए नीट और जेई मेन्स की होने वाली परीक्षा को रद्द करने के लिए जमकर नारे लगाए। सिडिकेट चौक पर आयोजित कार्यक्रम का नेतृत्व एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अनुराग राज त्रिवेदी ने किया।
छात्रों का कहना है कि देश पर छाए कोरोना संकट के कारण पहले से ही लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में किस प्रकार लाखों की संख्या में छात्र अपने घर से निकलकर परीक्षा केंद्र तक जाएंगे। इस दौरान छात्र संगठन की ओर से तमाम परीक्षाओं को फिलहाल रद्द करने के अलावा देश की चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था को देखते हुए एक सेमेस्टर की फीस माफ करने की मांग की। इस अवसर पर विनय ओझा, विकास पांडेय, विशाल खरवार, दीपक राय, मोनू चौबे, रामप्रतीक चौबे, पंकज पटेल, पिटू यादव, रोहित ओझा, सत्यम कुमार, अंकित कुमार आदि मौजूद रहे।

Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार