बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के डेक्सटॉप खरीद में बहुत बड़ा घोटाला। डॉक्टर अखिलेश प्रसाद सिंह

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डेक्सटॉप खरीद में बहुत बड़े घोटाले का आरोप लगाया है। श्री सिंह ने कहा कि , " एक तरफ बिहार कोरोना और बाढ़ का दंस झेल रहा है। वहीं नीतीश सरकार बच्चों के नाम पर भ्रष्टाचार का गंदा खेल खेलने की तैयारी कर रही है।"

श्री सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया। जिसमें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के डेक्सटॉप और प्रिंटर खरीदनें में घोटाले किए जाने का आरोप लगाया है। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार,
"बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड 6360 डेक्सटॉप और प्रिंटर खरीदने की तैयारी की है। अगर टेंडर की समीक्षा की जाए तो एक डेस्कटॉप की कीमत 95,352 रुपए तथा एक प्रिंटर की कीमत 14667 रुपय है। जबकि बाजार में अच्छी क्वालिटी का डेस्कटॉप और प्रिंटर इससे आधे दामों में उपलब्ध है। इससे सरकारी खजाने को ₹28 करोड़ का नुकसान होगा।
" इस टेंडर की जिम्मेवारी डेल और एप्सन कंपनी को मिला। जस्सी यह है कि टेंडर मिलते हैं इन कंपनियों के प्रोडक्ट बाजार से गायब हो गया। बोर्ड के द्वारा 10 विंडोज सॉफ्टवेयर का लाइसेंस तीन से ₹4000 में लिया गया है। जबकि बाजार में इसकी कीमत दो से ₹3000 है।
अभी तक बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के द्वारा इस मुद्दे पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है।

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