परिजन संग कैदियों को रहने का सपना जल्द होगा साकार

भागलपुर, जेएनएन। यहां के शहीद जुब्बा सहनी और विशेष केंद्रीय कारा के बीच मौजूद जमीन पर बनने वाली खुली जेल का सपना जल्द साकार होने वाला है। जेल आइजी मिथिलेश मिश्रा के स्थल निरीक्षण बाद निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। यहां बेहतर आचरण वाले उन कैदियों को परिवार संग रहने का मौका मिलेगा जो आधी सजा काट चुके हैं।

104 कैदियों को मिलेगा मौका
बक्सर की तरह यहां भी बनने वाली खुली जेल में 104 कैदियों का चयन होगा। जिनके लिए 13 फ्लैट का निर्माण किया जाना है। एक कैदियों को वन बीएचके यानी एक बेड, एक हाल, एक किचन का अटैच फ्लैट आवंटित होगा।जिसमें कैदियों को स्नानघर और शौचालय भी साथ रहेगा।
चार सदस्यों को रख सकेंगे साथ
जिन कैदियों को यहां रहने का मौका मिलेगा। वह अपने घरों के चार सदस्यों को अपने साथ रख सकेंगे।इनमें कैदी के अलावा उनके मां, पिता तथा उनपर आश्रित लड़के और लड़की जो अविवाहित हों।सुबह से शाम पांच किलोमीटर के दायरे में कर सकेंगे स्वरोजगार, यहां रहने वाले कैदी पांच किलोमीटर के दायरे में रोज सुबह-शाम काम कर सकेंगे। जेल में कौशल विकास योजना के तहत मिले प्रशिक्षण का लाभ उन्हें काफी मिलेगा। या तो वह खुद का व्यवसाय करेंगे या अपने हुनर के बूते कहीं नौकरी कर सकेंगे। लेकिन सुबह जेल से निकलने वाले कैदी को हर हाल में शाम को नंबर बंदी समय में जेल लौटना होगा। सरकार उठाएगी भोजन और उपचार का खर्च, परिवार की जिम्मेदारी उनकी। यहां रहने वाले कैदियों का भोजन और उपचार खर्च सरकार उठाएगी। साथ रहने वाले चार सदस्यों का खर्च की जिम्मेदारी कैदी को उठानी होगी। आपात स्थिति में साथ रहने वाले परिवार के सदस्यों का उपचार जेल प्रशासन कराएगी।

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