जंजीरी मातम इमामबाड़ा तक ही किया जाएगा

सिसवन प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के चौक पर रखे जाने वाली ताजिया शनिवार की रात रखी गई। ताजिया रखने से पहले या हुसैन के नारे लगाते हुए उनकी याद में मातम किया गया। सरकार के निर्देशानुसार इस बार ताजिया जुलूस नहीं निकाले जाएंगे। प्रखंड के भीखपुर में बनाई जाने वाली ताजिया का जुलूस नहीं निकलेगा। इस संबंध में अंजुमन आब्बासिया एवं अंजुमन ए रिजविया के सचिव डॉ. मोहम्मद ने बताया कि विधि के अनुसार लगातार नौ रोज से मजलिस, मातम, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए की जा रही है। शनिवार की रात होने वाले पहला जंजीरी मातम इमामबाड़ा तक ही किया जाएगा। वह भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए। विभिन्न प्रखंडों से आने वाले ताजिया के जुलूस पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। विभिन्न पंचायतों में अपने-अपने चौक पर ही सरकार के निर्देश का पालन करते हुए लोग ताजिया रख मातम मनाएंगे। भागर, सिसवन, गंगपुर, ग्यासपुर सहित अन्य ताजिया की मिट्टी का पहलाम सिसवन के श्मसान घाट के पास कर्बला में किया जाएगा।

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