लक्ष्य से अधिक बने शौचालय, फिर भी खुले में शौच

सुपौल। स्वच्छ भारत मिशन के तहत लोगों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड क्षेत्र में लक्ष्य से अधिक शौचालय बनाए गए। लेकिन अभी भी लोग खुले में शौच कर रहे हैं।

12 पंचायतों के इस प्रखंड में घर-घर शौचालय के लिए 14313 लोगों को अनुदान की राशि दे दी गई है और बाकी के लाभुकों के खाते में राशि भेजने की तैयारी हो रही है। यानी सरकारी स्तर पर जो पहले घर-घर शौचालय के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया बाद में वह आंकड़ा उससे बढ़ गया और सरकार ने राशि भी अधिक खर्च की। लेकिन इतने खर्च के बाद भी प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश जगहों पर लोग खुले में शौच कर रहे हैं जो चिता की बात है।

प्रखंड कार्यालय से मिले आंकड़े के अनुसार छिटही हनुमाननगर पंचायत में 2574, लौकहा में 1737, शाहपुर-पृथ्वीपट्टी में 1853, झिल्ला-डुमरी में 2393, पिपरा खुर्द में 1857, भपटियाही पंचायत में 1769, मुरली पंचायत में 1439, चांदपीपर पंचायत में 1133, लालगंज में 1650, सरायगढ़ में 2003, ढोली में 460 तथा बनैनिया में 796 शौचालय बनाए गए। एक लाख 22 हजार से अधिक की आबादी वाले प्रखंड में जितने शौचालय बनाए गए वह यह दर्शाता है कि एक भी घर शौचालय विहीन नहीं है। इसके बाद भी लोग प्रतिदिन खुले में शौच जा रहे हैं। क्या वैसे लोगों ने कागज पर शौचालय बनाने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
-------------------------------- नहीं हो रहा मॉर्निंग फॉलोअप स्वच्छ भारत मिशन के तहत पहले सुबह-सुबह गांव में पदाधिकारी तथा सरकारी कर्मी जाकर लोगों को खुले में शौच से रोकने का प्रयास करते थे। इसके लिए कई बार खुले में शौच जाने वाले लोगों के गले में माला या फिर फूल भी डालने का काम होता रहा। कुछ जगहों पर पदाधिकारी हाथ जोड़कर भी लोगों से ऐसा न करने का विनती करते दिखाई दिए। लेकिन फिर धीरे-धीरे मॉर्निंग फॉलोअप बंद हो गया और लोग अपनी पुरानी आदत पर चल पड़े हैं।
------------------------------------ खुले में शौच जाने वाले पर हो कार्रवाई
प्रखंड क्षेत्र के कई जानकार बताते हैं कि खुले में शौच जाने वाले कुछ लोगों को चिह्नित कर उस पर कार्रवाई की जाए ताकि इसपर रोक लग सके। कुछ लोगों का कहना है कि जिन-जिन परिवार के लोग खुले में शौच जाते हैं और उनके घर शौचालय भी बना हुआ है तो उन सभी को चिह्नित कर उनकी सरकारी सुविधा पर रोक लगाई जाए।
------------------------------ कहते हैं प्रखंड समन्वयक
इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड समन्वयक सीताराम ठाकुर ने बताया कि लोगों को खुले में शौच न जाने के लिए बार-बार हिदायत दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इतने के बाद भी लोगों की आदत में बदलाव नहीं हो रहा है जो चिता की बात है। प्रखंड समन्वयक ने कहा अब प्रखंड स्तर पर एक कार्यक्रम बनाकर खुले में शौच जाने वाले लोगों को चिह्नित किया जाएगा।
Posted By: Jagran
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