मुंगेर । कोरोना संकट के कारण मुहर्रम में ताजिया का निर्माण नहीं हुआ। ताजिया मिलन कार्यक्रम भी नहीं हुआ। लोगों ने रिवाज निर्वाहन के तहत 10वीं मोहर्रम के मौके पर यौमेआशुरा का रोजा रखा तथा इमामबाड़ों पर फातिहा पढ़ा। ताजिया नहीं बनने से जूलूस भी नहीं निकला जा सका। इमामबाड़ा पर सिर्फ निशान (झंडा) खड़ा किया गया है। जिस जगह कभी ऐसे अवसर पर चहल पहल होती थी, वहां सन्नाटा पसरा रहा। सरकार ने हालांकि, प्रशासन ने सभी जगहों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की थी।
Posted By: Jagran
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