डेढ़ साल तक डिप्रेशन में रही थी परिणीति चोपड़ा, खाने तक को नहीं बचे थे पैसे

परिणीति चोपड़ा बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय एक्ट्रेसेस में से एक है। परिणीति ने 22 अक्टूबर को अपना 31वां जन्मदिन मनाया। परिणीति का जन्म 22 अक्टूबर 1988 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था। परिणीति ने साल 2011 में आई फिल्म 'लेडीज वर्सेज रिकी बहल' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। जिसके बाद उन्होंने साल 2012 में फिल्म 'इशकजादे' के जरिए बतौर लीड अपना डेब्यू किया था। आपको जानकर हैरानी होगी की परिणीति डेढ़ साल तक डिप्रेशन में रही थी। यहां तक की उनके पास खाने तक के पैसे नै बचे थे।

जानिए विस्तार से -
परिणीति चोपड़ा ने किया था खुलासाएक इंटरव्यू के दौरान परिणीति ने बताया था, 'साल 2014 से लेकर 2015 का दौर मेरी जिंदगी का सबसे बुरा समय था।
ये करीब डेढ़ साल तक ऐसा रहा। मेरी दो फिल्में 'दावत-ए-इश्क' और 'किल दिल' अच्छा काम नहीं कर सकी। ये मेरे लिए सबसे बड़ी नाकामयाबी थी। फिर एक दम से मेरे पास रुपए भी नहीं बचे थे। मैंने एक घर खरीदा था इसके बाद मेरी जिंदगी और भी बुरे हालात से गुजरने लगी।'
खाना और सोना भी कर दिया था बंदपरिणीति आगे कहती है, 'ऐसा लगने लगा जैसे मेरी जिंदगी के सभी रास्ते बंद हो गए है और आगे कुछ अच्छा होने की उम्मीद नहीं थी। इसका नतीजा ये हुए की मैंने खाना खाना और सोना बंद कर दिया। उस समय मेरा कोई दोस्त नहीं था। मैंने लोगों से मिलना छोड़ दिया। मैंने अपने परिवार तक से संपर्क खत्म कर लिया था। मैं बस रूम में बैठकर टीवी देखती और सोती रहती थी।'
डेढ़ साल तक रही डिप्रेशन मेंपरिणीति ने आगे बताया, 'मैं बहुत बुरी तरह से डिप्रेशन में थी। हर समय बीमार रहने लगी थी। मैं करीब 6 महीने तक मीडिया से भी मुखातिब नहीं हुई थी।' इस बुरे दौर से निकलने में सहज और संजना ने मेरी बहुत सहायता की है। सजह मुझसे हमेशा बात करता था मेरा साथ रहता था मुझे हिम्मात देता था। वहीं संजना और मैं बहुत बात करते थे। वह मेरी बहुत सहायता करती थीं।'
फिल्मों में आने से पहले करती थी ये कामबता दे परिणीति फिल्मों में आने से पहले विदेश में बतौर इन्वेस्टमेंट मैनेजर काम किया करती थी। लेकिन साल 2009 में आई आर्थिक मंदी की वजह से उन्हें काम से निकाल दिया गया था। जिसके बाद उन्होंने भारत आकर यशराज फिल्म्स में काम करना शुरू किया था।

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