जेब खाली कर रहा उर्वरक की कालाबाजारी

अरवल : प्रखंड मुख्यालय में उर्वरक की कालाबाजारी के कारण दुकानों पर किसान मारा-मारी कर रहे हैं। स्थानीय बिस्कोमान का उर्वरक बिक्री केंद्र बंद होने के कारण बाजार में निजी दुकानदारों की मनमानी है। किसान महंगे उर्वरक खरीदने को विवश हैं।

भाजपा के पूर्व जिला महासचिव वेंकटेश शर्मा ने बताया कि कुछ लोगों ने बिस्कोमान बिक्री केंद्र बंद करा दिया। बिस्कोमान से 265 रुपये प्रति बोरी उर्वरक किसानों को मिल रहा था। अब किसान रसायनिक खाद यूरिया निर्धारित से मंहगे दाम पर खरीद कर आर्थिक शोषण के शिकार हो रहे हैं। यूरिया निर्धारित दर 265 में बिकने वाला 360 रुपए में बिक्री हो रही है। उर्वरक विक्रेता की मनमानी पर रोक लगाने में कृषि विभाग के अधिकारी असमर्थ साबित हो रहे हैं। अच्छी बारिश होने के कारण इस वर्ष धान फसल हरा भरा है। बड़े पैमाने पर धान की खेती हुई है। फसल को हरा भरा रखने के लिए किसान रासायनिक खाद यूरिया का प्रयोग धड़ल्ले से करते हैं। ताकि फसल का उत्पादन भरपूर हो।
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Posted By: Jagran
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