पुलिस झड़प के बाद गांव में बनी रही गहमा-गहमी का माहौल

मधेपुरा। आलमनगर प्रखंड क्षेत्र के सहायक थाना रतवारा अंतर्गत इटहरी पंचायत के गोछी चौक के समीप बुधवार को लोगों का पुलिस से झड़प के बाद गांव में दिन भर गहमा-गहमी का माहौल बना रहा है। इसे लेकर लोग तरह-तरह की चर्चाएं करते रहे। वहीं घटना के बाद कार्रवाई के भय से लोग आशंकित दिखे। लोगों में साफ तौर पर पुलिस कार्रवाई का भय सता रहा था। वहीं कुछ लोग कह रहे थे कि यदि मामले में पुलिस बेवजह किसी को फंसाने का काम करेंगे तो आंदोलन किया जाएगा। लोगों रतवारा थानाध्यक्ष रामनिवास चौधरी की कार्यशैली से खासे नाराज नजर आ रहे थे। लोगों का कहना है कि पदस्थापन के समय से रतवारा थानाध्यक्ष लोगों के साथ ज्यादती करते हैं। बेवजह लोगों को चंद तरह के मुकदमे में फंसाने का धौंस देकर कमाई किया करते हैं। थानाध्यक्ष की शिकायत पहले भी कई बार पुलिस के वरीय अधिकारी से की गई है, लेकिन वरीय अधिकारी थानाध्यक्ष पर कार्रवाई नहीं करते हैं। हाल के दिनों में महिला के साथ भी ज्यादती का मामला सामने आया। वहीं अब भी क्षेत्र के कई लोग न्याय की आस में है। लोगों का कहना है कि महीनों दिन थाना में आवेदन पड़े रहने के बावजूद प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाती है। पीड़ित को खुश करने के लिए आरोपितों को महज डांट डपट कर छोड़ दिया जाता है। जब कोई ऊपर के अधिकारी से शिकायत करने की बात कहते हैं तो थानाध्यक्ष आग बबूला हो जाते हैं। वहीं ऐसे लोगों से थानाध्यक्ष कहते हैं कि कहीं भी शिकायत करने पर उनका कुछ बिगड़ने वाला नहीं है। बुधवार को भी पुलिस ज्यादती का मामला सामने आया। पुलिस के खिलाफ लोगों ने गोछी चौक के पास सड़क जाम कर दिया। लोगों का कहना है कि मछली मारने के लिए बहती पानी में जाल लगाया। जहां पुलिस जाल उठा कर लेकर चलें गए। बाद के दिनों में जाल लेने थाना पहुंचे कुछ लोगों से पुलिस ने 10 हजार रुपये की मांग की। इससे आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम किया। लोगों का कहना है कि जाम स्थल पर कोई बात किए बिना थानाध्यक्ष रामनिवास चौधरी धौंस जमाने लगे। इसके बाद लोगों का आक्रोश भड़क उठा। लोगों के बीच झड़प में थानाध्यक्ष रामनिवास चौधरी और एक पुलिस बल के जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जख्मी पुलिस अधिकारी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया, जहां इलाज चल रहा है। आलमनगर के थानाध्यक्ष उदय कुमार ने कहा कि पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। भाकपा राज्य परिषद के सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि लोगों के साथ रतवारा पुलिस की कार्यशैली सही नहीं है। पुलिस रुपये ऐंठने के लिए तरह के हतकंडे अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में लोगों पर किसी भी तरह की कार्रवाई होने पर उग्र आंदोलन करेंगे।

जाम की समस्या से नहीं मिल रही निजात यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार