आसमसन में बादत छाते ही गुम हो जाती बिजली

सुपौल। एक तरफ सरकार ग्रामीण क्षेत्रों तक 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने का दावा करती है तो दूसरी तरफ सुपौल जिले के उत्तरी छोर पर अवस्थित सरायगढ़-भपटियाही प्रखंड में बीते कई दिनों से उपभोक्ता बिजली के खराब हालात से परेशान होते जा रहे हैं। परेशानी यह है कि शाम ढलते ही बिजली गुल होने लगती है तो फिर आधी रात के बाद उसमें सुधार होता है। उधर दोपहर होते ही बिजली गुल हो जाती है तो अपराह्न काल में जाकर उसके दर्शन होते हैं। पीएसएस चांदपीपर से जुड़े उपभोक्ताओं को कड़ाके की गर्मी में कई कठिनाइयों से जूझना पड़ रहा है।

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उपभोक्ताओं द्वारा विभागीय अभियंता तथा अन्य कर्मियों से बिजली काटे जाने के कारण पूछते हैं रटा-रटाया जवाब मिलता है कि सुपौल पीएसएसए से बिजली कटी है इंतजार कीजिए। तीन घंटे बाद बिजली मिलेगी। अभी हवा थोड़ी तेज है इस कारण इंतजार कीजिए। अभी आसमान में बादल दिखाई देने लगे हैं और इसी कारण बिजली बाधित रहेगी। जब तक बारिश बंद नहीं हो जाता तब तक बिजली की आपूर्ति नहीं होगी। यह कुछ ऐसे जवाब हैं जो एनबीपीडीसीएल सरायगढ़-भपटियाही ग्रुप पर दिया जाता है। क्योंकि इस ग्रुप पर अधिकांश उपभोक्ता बिजली नहीं होने का कारण पूछा करते हैं। कभी-कभी तो उपभोक्ताओं द्वारा बार-बार जवाब पूछने पर ग्रुप को ही बंद कर दिया जाता है। बिजली की आंख मिचौनी की यह हालात बीते कई दिनों से जारी है और विभागीय अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। पीएसएस चांदपीपर से काफी संख्या में उपभोक्ता जुड़े हैं। प्रखंड मुख्यालय भपटियाही बाजार आदि भी पीएसएस चांदपीपर से ही जुड़ा है। बार-बार बिजली बाधित होने के कारण जहां बाजार में व्यवसायियों को अपने व्यापार चलाने में परेशानी होती है वहीं कई सरकारी कार्य ही इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ करता है।
Posted By: Jagran
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