विनय और अवधेश की जोड़ी ने खंडहर से बनाया बेहतर कैम्पस

विनय और अवधेश की जोड़ी ने खंडहर से बनाया बेहतर कैम्पस

उकमवि औली के विनय को राजकीय व राष्ट्रीय जबकि अवधेश को राज्य स्तर पर मिला है सम्मान
किसी भी मौसम में निर्धारित समय से आधा घण्टा पहले विद्यालय खोलने की पहचान आज भी कायम
छपरा। हिंदुस्तान प्रतिनिधि
रिविलगंज प्रखण्ड के उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय का पहचान आज भी अलग है। प्रधान शिक्षक और सहायक शिक्षक दोनो ही शैक्षणिक जगत में बेहतर कार्य की बदौलत राजकीय और राष्ट्रीय सम्मान से नवाजे जा चुके है। एचएम अवधेश पांडेय और सहायक शिक्षक विनय कुमार दुबे का विभागीय अफसरों से दावा रहता है कि किसी भी मौसम में निर्धारित समय से आधा घण्टा पहले विद्यालय खोल दिया जाता है। यही पहचान अब भी कायम है। शैक्षणिक माहौल और मिड डे मील के बारे में तो राज्य स्तर के सचिव भी मोनिटरिंग कर विद्यालय की मिशाल कायम कर चुके है। खण्डर की स्थिति से बेहतरीन खेल मैदान और सुसज्जित बगीचे आकर्षक लगते है। मालूम हो कि सबसे पहले विनय कुमार दुबे को वर्ष 2014 के लिए राजकीय सम्मान से नवाजा गया।उ सके बाद वर्ष 2015 में राष्ट्रपति ने भी शिक्षक दिवस पर उन्हें सम्मानित किया। एक साल बाद वर्ष 2017 में एचएम अवधेश पांडेय को राजकीय सम्मान मिला। ग्रामीणों की माने तो इन दोनों शिक्षको की जोड़ी विद्यालय के लिए ही नही विद्यार्थियों के लिए भविष्य के द्वार खोलने का काम करती है।

अन्य समाचार