महेंद्रनाथ शिवमंदिर न्यास समिति में अनियमितता

बाबा महेंद्रनाथ मंदिर मेहंदार के बाबा महेंद्रनाथ शिव मंदिर न्यास समिति में अनियमितता बरती जा रही है। इसे लेकर प्रधान पुजारी तारकेश्वर उपाध्याय के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने सीओ को आवदेन सौंपा। आवेदन में कहा गया है कि महेंद्रनाथ मंदिर में प्राप्त होने वाली धनराशि का संकलन कोषाध्यक्ष व उनके परिजनों द्वारा किया जाता है। विधि व्यवस्था व विकास के नाम पर शिवभक्तों से प्राप्त राशि मंदिर में लगाए गए दान पात्र से स्वयं निकाल लेते हैं। मेले में लगने वाले दुकानदारों को बगैर नम्बर के रसीद देकर वसूली की जाती है। मंदिर के कोषाध्यक्ष 9 वर्षों से अपने पद पर काबिज हैं। वर्तमान समिति का कार्यकाल पूरा हो चुका है। फिर भी कोषाध्यक्ष का कार्य देख रहे हैं।

प्रधान पुजारी ने कहा कि हाईकोर्ट में उनके व अशोक उपाध्याय द्वारा एक मुकदमा दायर किया गया था। जिसका जजमेंट जून 2015 में आया। जिसमें मंदिर की आय की राशि में एक तिहाई हिस्सा पुजारियों का होगा। पुजारी भी न्यास समिति में शामिल होंगे का निर्देश था। लेकिन, इसका अनुपालन आजतक नहीं हुआ। समिति के निष्पक्ष सदस्य कमलदेव महतो, त्रिलोकीनाथ पाण्डेय व आशुतोष तिवारी को जबरन हटा दिया गया। समिति के सदस्य कौन-कौन हैं, कहां के हैं इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती है। साथ ही आरोप लगाया गया है कि मंदिर के उत्तर नरहीं धर्मशाला पर न्यास समिति का अवैध रूप से कार्यालय खुला है। इस भवन को विवाह व अन्य धार्मिक कार्यों के लिए किराए पर दिया जाता है। जबकि इसका निर्माण यात्रियों के मुफ्त ठहराव के लिए किया जाना है। न्यास परिषद पटना से अनुदान के रूप में प्राप्त राशि से मुख्य द्वार पर बनने वाले गेट का कार्य अभी भी अधूरा है। प्रधान पुजारी ने नई बनने वाली न्यास समिति में 9 वर्षों से काबिज कोषाध्यक्ष व सचिव को शामिल होने से रोकने की अपील की है। इसकी प्रतिलिपि उन्होंने सीएम, डीएम, एसडीओ व धार्मिक न्यास परिषद को भी भेजी है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
सीओ इन्द्रवंश राय ने कहा कि पत्र मिला है जिला के वरीय पदाधिकारियों को इससे अवगत कराया जाएगा। इस संबंध में समिति के सचिव कर्नल नरेंद्रदेव नारायण सिंह ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है। समिति का कार्यकाल समाप्त है। समिति का गठन न्यास परिषद को करना है। आय व्यय का लेखा-जोखा परिषद को दिया जाता है।

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