वेतन के लाले : आईटीआई अतिथि अनुदेशको का वेतन छह माह लंबित

वेतन के लाले : आईटीआई अतिथि अनुदेशको का वेतन छह माह लंबित

हाईकोर्ट के आदेश को भी किया गया दरकिनार
जिले के दो आईआईटी में 32 अतिथि अनुदेशक है कार्यरत
छपरा। हिंदुस्तान प्रतिनिधि
आईटीआई में कार्यरत अतिथि अनुदेशकों का वेतन छह माह से बकाया है। जिले के 32 समेत राज्य के 1222 अतिथि अनुदेशकों के सामने आर्थिक संकट है। वे लंबित भुगतान को लेकर सांसद, विधायक, एमएलसी एवं मंत्री व मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके है। श्रम संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर कुमार ने लॉकडाउन अवधि का लंबित वेतन भुगतान को लेकर विभाग को लिखा था लेकिन इसके बाद भी अतिथि अनुदेशकों का लंबित वेतन का भुगतान नहीं हो सका है। जिले में दो आईटीआई में कार्यरत 32 अतिथि अनुदेशकों का वेतन लॉकडाउन अवधि से लंबित है। आई.टी.आई मढ़ौरा में 26 एवं महिला आई.टी.आई में 06 अतिथि अनुदेशक कार्यरत है। अतिथि अनुदेशक विजय कुमार,उषा शर्मा,सुधीर कुमार, मुक्तिनाथ तिवारी,शत्रुघ्न कुमार व अन्य ने बताया कि लॉकडाउन में वेतन नहीं मिलने के कारण कोरोना वैश्विक महामारी के साथ-साथ आर्थिक महामारी की मार झेलनी पड़ रही है।
2016 में 1222 अतिथि अनुदेशकों की हुई थी बहाली
सारण जिला समेत पूरे प्रदेश में वर्ष 2016 में 1222 अतिथि अनुदेशकों को बहाल किया गया था। वर्ष 2018 में बिना कारण बताये अतिथि अनुदेशकों को हटा दिया गया। अतिथि अनुदेशकों ने उच्च न्यायालय पटना में सी.डब्ल्यू.जे.सी.10019/2018, 21657/2018 और 22211/2018 दाखिल कर सरकार के आदेश को चुनौती दी थी जिसमें उच्च न्यायालय द्वारा पुन: अतिथि अनुदेशकों को बहाल करते हुए वंचित काल का 50 फीसदी राशि भुगतान करने का आदेश पारित कर दिया। सरकार ने उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ एल.पी.ए 1657/ 2018 दाखिल किया जो सुनवाई के पश्चात उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया। श्रम संसाधन विभाग द्वारा 11 माह के लिए अतिथि अनुदेशकों का सेवा विस्तार किया गया तब से वे लगातार कार्यरत हैं। महिला आईटीआई छपरा के चीफ इंस्ट्रक्टर मदन सिंह ने बताया कि लॉक डाउन अवधि के वेतन भुगतान के लिए विभागीय आदेश नहीं मिला है। आदेश मिलते ही भुगतान कर दिया जाएगा। उधर, मढ़ौरा आईटीआई के प्राचार्य का मोबाइल कवरेज से बाहर था इसलिए उनका पक्ष नहीं मिल सका।

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