जिउतिया के लिए खरीदारी को बाजारों में भीड़

अरवल : जिउतिया व्रत के नहाए खाए को लेकर बाजारों में सब्जी की खरीदारी को लेकर उमड़ पड़ी। इस अवसर पर लोगों ने अपने-अपने स्थानीय बाजारों में परंपरा के अनुकूल उपयोग में आने वाली सब्जियों की खरीदारी किया। इसके तहत कंदा झिगी साग बोदी इत्यादि सब्जियों की खरीदारी कीया। सब्जी बाजारों में भीड़ उमड़ने के कारण सामाजिक दूरी का ख्याल नहीं रखा गया ज्ञात हो कि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत मनाया जाता है माताएं पुत्रों की दीर्घायु आरोग्य एवं सुखमय जीवन की कामना के साथ व्रत का अनुष्ठान करती है इस व्रत की कथा महाभारत से जुड़ी हुई है अश्वत्थामा ने बदले की भावना से उत्तरा के गर्भ में पल रहे पुत्र को मारने के लिए ब्रह्मास्त्र का प्रयोग किया था ।उत्तरा के पुत्र का जन्म लेना जरूरी था भगवान श्रीकृष्ण सभी गुणों के फल से गर्भ में ही दुबारा जीवन दे दिया था। गर्व से मृत्यु को प्राप्त कर फिर से जीवन मिलते हैं मिलने के कारण उसका नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया था। आगे चलकर वह बालक राजा परीक्षित के रूप के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उसी समय से जीवित्पुत्रिका का व्रत महिलाएं श्रद्धा और विश्वास के साथ करती आ रही है।

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Posted By: Jagran
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