2.47 लाख मवेशियों में सिर्फ 52 हजार की हुई ईयर टैगिग

मुंगेर । जिले में राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण प्रोग्राम काफी धीमी गति से चल रहा है। सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पशुपालन विभाग पूरा नहीं कर पाया है। जिले में पशुगणना के अनुसार 2.47 लाख पशु हैं। इनमें से 52 हजार पशुओं की ही ईयर टैगिग का काम पूरा हो पाया है। विभाग के अधिकारियों ने जल्द से जल्द शत प्रतिशत पशुओं का ईयर टैगिग कर लेने का दावा किया है। ------------- ईयर टैगिग पूर्ण होने के बाद ही किया जाएगा टीकाकरण जिले में चल रहे ईयर टैगिग का कार्य पूर्ण होने के बाद पशु टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि ईयर टैगिग हो जाने के बाद टीकाकरण अभियान के क्रियान्वयन में आसानी होगी। इसे रोकने के लिए ही सरकार द्वारा पशुओं का ईयर टैगिग कराया जा रहा है। -------------------------- बोले जिला पशुपालन पदाधिकारी:

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जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. श्रवण कुमार भगत ने बताया कि जिले में ईयर टैगिग के काम में तेजी आई है। संसाधन उपलब्ध हो जाने के बाद प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में पशुओं का ईयर टैगिग किया जा रहा है। ईयर टैगिग का कार्य पूर्ण हो जाने के बाद ही पशु टीकाकरण अभियान शुरू होगा। सभी पशुपालक ईयर टैगिग में सहयोग करें। ----------------------------- बॉक्स के लिए जिले में पशु चिकित्सकों का अभाव संस , मुंगेर: जिले के विभिन्न पशु चिकित्सालय में चिकित्सकों की कमी है। चिकित्सकों की कमी के कारण मवेशी पालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिला में जहां 25 चिकित्सकों की आवश्यकता है, वहीं मात्र 12 चिकित्सक ही कार्यरत हैं।
इस संबंध में जिला पशुपालन पदाधिकारी डा श्रवण कुमार भगत ने बताया कि पशु चिकित्सकों की कमी के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक चिकित्सक को पास तीन-तीन प्रखंड की जिम्मेवारी है। जिससे मवेशी पालकों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।
Posted By: Jagran
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