कोई नहीं सुन रहा बल्लीसिंह कामत टोला का दर्द

पूर्णिया। चुनाव के समय हम ग्रामीणों के जख्मों पर लगाया जाता है झूठे वायदे का मरहम। सत्तासीन होने के बाद राजनेता भूल जाते हैं हम टोले वासियों का दर्द। विगत 70 वर्षों में भी हमलोगों को आवागमन तक की सुविधा नहीं मिली। यहां सगे संबंधी भी आने से कतराते हैं। उक्त बातें सोमवार को बल्लीसिंह कामत टोला रूपौली के ग्रामीणों ने बताईं। जानकीनगर थाना क्षेत्र के रूपौली उत्तर पंचायत के वार्ड 10 स्थित बल्लीसिंह कामत टोले वासियों का दर्द सुननेवाला कोई नहीं है। आवागमन की यहां कोई सुविधा नहीं है, फलस्वरूप लोग खेतों की मेंड होकर तथा हाहा नाला के तटबंध होकर आते जाते हैं। हजारों की आबादी वाले इस टोले में 90 फीसद लोग खेती म•ादूरी कर जीवन यापन वर्षों से करते आ रहे हैं। एक अदद सड़क के लिए लोग वर्षों से तरस रहे हैं।

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Posted By: Jagran
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