बिना सोचे-समझे बनाए गए ऑनलाइन रिश्ते बढ़ा सकते हैं आपकी मुश्किलें, इनसे बचने के लिए अपनाएं ये 4 तरीके

आजकल कई युवा जीवन के हर पक्ष में ऑनलाइन को तरजीह देते हैं। उन्हें अनजान लोगों से ऑनलाइन मिलना और उनके साथ रिश्ते विकसित करना रास आता है। विभिन्न सोशल और डेटिंग वेबसाइट्स पर पहले लोग एक-दूसरे के दोस्त बनते हैं, फिर जैसे-जैसे समय बीतता है वो धीरे-धीरे एक-दूसरे को और जानने की कोशिश करते हैं।

इसके बाद मिलने-जुलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। पर इन सबकी शुरुआत करने से पहले, मतलब ऑनलाइन रिश्ते में गंभीर होने से पहले इसके फ़ायदे और नुक़सान ध्यान में ज़रूर रखने चाहिए।
अपराधों को अंजाम
ऑनलाइन डेटिंग एप्स और वेबसाइट्स के इस्तेमाल के दौरान आपका कई प्रकार के साइबर अपराधों से सामना हो सकता है। इनमें फेक प्रोफाइल, साइबर उत्पीड़न, साइबर बुलिंग, साइबर जगत में मानहानि (साइबर डिफेमेशन), साइबर स्टॉकिंग (ऑनलाइन माध्यम द्वारा पीछा करना) जैसे अपराध आम हैं।
बदले की कार्रवाई
इस तरह के अपराध ऑनलाइन डेटिंग एप्लीकेशन के ज़रिए किए जा सकते हैं। युवा इस तरह के एप्लीकेशन का लुत्फ़ उठाते हैं, वहीं कुछ लोग पार्टनर या किसी से बदला लेने की भावना से भी इनका इस्तेमाल करते हैं। वे जानकारी लेकर या निजी बातें करके ब्लैकमेल तक करने लगते हैं।
वित्तीय धोखाधड़ी
इन प्लेटफॉर्म से प्रोफ़ाइल के विवरण निकालकर फेक प्रोफाइल आसानी से बनाई जा सकती है और उसकी सहायता से वित्तीय धोखाधड़ी सहित कई संगीन अपराधों को भी अंजाम दिया जा सकता है। दरअसल, लोग भरोसा करके अपनी निजी जानकारियां साझा कर लेते हैं और सामने वाला व्यक्ति इमोशनल ब्लैकमेलिंग करते हुए पैसों की या अन्य अनुचित मांगें कर सकता है।
कैसे जानें सच्चाई
सामने वाले व्यक्ति से उसकी ताज़ातरीन तस्वीरें मांगें, फिर इंटरनेट पर सर्च करके जानने की कोशिश करें कि तस्वीरें और उनके साथ दी गई जानकारियां कितनी सही हैं। उसके परिवार के सदस्यों की प्रोफाइल भी देखें। उनकी तस्वीरें देखें। इस तरह की जानकारी के ज़रिए आप ख़ुद समझ जाएंगे/ जाएंगी कि सामने वाला सही व्यक्ति है या फिर फेक प्रोफाइल।
इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए यूज़र को सुरक्षा के विभिन्न तरीक़े अपनाने चाहिए जैसे-
1. प्रोफाइल को हाइड करके रखें और एक से ज़्यादा प्रोफाइल पिक्चर अपलोड न करें। 2. किसी भी व्यक्ति से इन प्लेटफॉर्म के माध्यम से एकदम खुलकर चर्चा न करें। जितनी जानकारी ज़रूरी है, उतनी ही साझा करें। 3. ऑनलाइन डेटिंग एप्लिकेशन पर अपनी व्यक्तिगत जानकारियां कभी साझा न करें। 4. ऑनलाइन डेटिंग एप्स को डाउनलोड करते समय यह ग़ौर करें कि वो आपका फ़ोन किस तरह की परमिशन मांगता है। आमतौर पर देखा जाता है कि इन एप्लिकेशन को इस्तेमाल करने के लिए अपने फ़ोन की गैलरी, कॉन्टेक्ट्स, कैमरा, माइक, रिकॉर्डर आदि फीचर तक पहुंच की इजाज़त देनी होती है।
ध्यान रहे जब भी इस तरह के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैक होते हैं, तो यूज़र की सारी निजी जानकारियां भी लीक हो सकती हैं।

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